ब्रिटेन की अदालत ने 24 मई तक के लिए बढ़ाई नीरव मोदी की हिरासत
संक्षिप्त सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने मोदी की रिमांड 24 मई तक के लिए बढ़ा दी. इस मामले में 30 मई को पूर्ण सुनवाई की योजना है.
लंदन: ब्रिटेन की एक अदालत ने एक अरब अमेरिकी डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की रिमांड 24 मई तक के लिए बढ़ा दी. नीरव मोदी इस मामले में प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन में सुनवाई का सामना कर रहा है. नीरव मोदी (48) पिछले महीने दक्षिण पश्चिम लंदन में गिरफ्तारी के बाद से ही वैंड्सवर्थ जेल में बंद है. उसे जेल से वीडियो लिंक के जरिए वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत की मुख्य मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बुथनॉट के समक्ष पेश किया गया.
संक्षिप्त सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने मोदी की रिमांड 24 मई तक के लिए बढ़ा दी. न्यायाधीश इस मामले में अब 30 मई को पूर्ण सुनवाई करेंगी. जज आर्बुथनॉट ने कहा, ''मिस्टर मोदी, आप 24 मई को वीडियो लिंक के जरिए एक अन्य संक्षिप्त सुनवाई के लिए उपस्थित होंगे. इस मामले में 30 मई को पूर्ण सुनवाई की योजना है. उस दिन आपको व्यक्तिगत तौर पर पेश किया जाएगा.'' उन्होंने नीरव मोदी की वकील जेसिका जोंस से पूछा कि क्या कोई मामला है जिस पर विचार करना हो. जेसिका ने नहीं कहकर जवाब दिया. इससे पुष्टि हुई कि नीरव मोदी की टीम ने अदालत में एक अन्य जमानत अर्जी नहीं दाखिल की.
नीरव मोदी की जमानत अर्जी मुख्य मजिस्ट्रेट आर्बुथनॉट ने गत 29 मार्च को इस आधार पर खारिज कर दी थी कि इसका ''पर्याप्त खतरा है कि वह आत्मसमर्पण करने में विफल होगा.'' माना जाता है कि वह ब्रिटेन में निवेशक वीजा पर रहा है जिसके लिए उसने 2015 में आवेदन किया था. नीरव मोदी को स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने 19 मार्च को गिरफ्तार किया था. नीरव मोदी को एक दिन बाद अदालत में पहली बार पेश किए जाने के बाद उसके पास कई पासपोर्ट होने की बात सामने आयी थी.
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