यौन शोषण आरोपों से घिरे भारत विरोधी ब्रिटिश सांसद को छोड़ना पड़ा ‘हाऊस ऑफ लॉर्ड्स’
कमेटी ने अहमद को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी करार दिया था. पीओके में पैदा हुए नज़ीर अहमद ब्रिटेन में पाकिस्तान के बड़े हिमायती और भोंपू के तौर पर बोलते रहे.
नई दिल्ली: ब्रिटिश संसद में कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत के खिलाफ अक्सर जहर उगलने वाले लॉर्ड नजीर अहमद ने यौन शोषण आरोपों के बाद रिटायरमेंट ले लिया है. मदद के बहाने एक महिला के यौन शोषण की बात सामने आने के बाद लॉर्ड्स एथिक्स कमेटी ने अहमद के निष्कासन की सिफारिश की थी.
पाकिस्तान के बड़े हिमायती रहे हैं नजीर
ब्रिटिश संसद में पाकिस्तान परस्त सांसदों के समूह एपीपीजी में सक्रिय सदस्य रहे अहमद ने हाऊस ऑफ लॉर्ड्स से सेवानिवृत्ति का ऐलान अपने निष्कासन की अंतिम तारीख से ऐन पहले किया. कमेटी ने अहमद को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी करार दिया था. पीओके में पैदा हुए नज़ीर अहमद ब्रिटेन में पाकिस्तान के बड़े हिमायती और भोंपू के तौर पर बोलते रहे.
नजीर पर आर्थिक और यौन शोषण का आरोप
ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक अहमद पर ताहिरा ज़मान नामक महिला ने मदद के बहाने आर्थिक और यौन शोषण का आरोप लगाते हुए मेट्रोपोलिटन पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद ब्रिटिश संसद के उच्च सदन की आचार सम्बन्धी समिति ने मामले की जांच की थी जिनमें रोटरडम इलाके से आने वाले रियल एस्टेट कारोबारी अहमद पर लगे आरोपों को सही पाए गए. हालांकि नज़ीर अहमद ने अपने पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए अचार समिति के फ़ैसले को क़ानूनी चुनौती देने का ऐलान किया है.
अहमद सक्रिय तौर पर कश्मीर मामले में भारत के खिलाफ बोलते रहे हैं. बल्कि बीते साल 15 अगस्त को लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर हुए उग्र प्रदर्शनों के प्रश्रयदाताओं में भी उनका नाम आया था. पाकिस्तान के इशारे पर हुए इन प्रदर्शनों में भारतीय संपत्ति को नुकसान भी हुआ था. अहमद 2013 तक लेबर पार्टी से भी सम्बद्ध रहे. हालांकि बाद में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था.