Leicester Violence: ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर में बीते कुछ दिनों से हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है. भारत और पाकिस्तान मैच के बाद दोनों समुदायों के बीच स्थिति कुछ ठीक नहीं है. इसको देखते हुए ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने भी प्रतिक्रिया दी. वहीं अब ब्रिटेन की पुलिस ने स्थानीय लोगों को पूरी सुरक्षा का भरोसा दिया है. इसी के साथ पुलिस ने नवरात्रि और दीवाली के लिए सामान्य तरीके से तैयारियां करने के लिए कहा है.


भारतीय उच्चायोग ने क्या कहा था


सोमवार को ट्विटर पर एक बयान में, भारतीय उच्चायोग ने कहा, "हम लिसेस्टर में भारतीय समुदाय के खिलाफ हुई हिंसा और हिंदू धर्म के परिसरों और प्रतीकों के साथ तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हैं. हमने ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ इस मामले को मजबूती से उठाया है और इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. भारत ने ब्रिटेन से प्रभावित लोगों की रक्षा करने का भी आग्रह किया."






हिंसा कब और क्यों शुरू हुई


पुलिस के अनुसार, लिसेस्टर शहर में तनाव पिछले महीने भारत और पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद पहली बार शुरू हुआ था. 28 अगस्त को दुबई में एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में भारत के पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल करने के बाद हिंदू और मुस्लिम समुदायों के प्रशंसक कथित तौर पर आपस में भिड़ गए. हमले और हिंसक अव्यवस्था के संदेह पर आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था. आने वाले दिनों में अशांति की ऐसी ही कई घटनाएं सामने आईं, जिससे और गिरफ्तारियां हुईं.


एस जयशंकर ने जताई चिंता


भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश सचिव से बात की है. इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई और तमाम लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही. विदेश मंत्री की तरफ से इस मुलाकात को लेकर ट्वीट भी किया गया. 


लीसेस्टर में उपद्रव के बाद हिंदू और मुसलमान समुदाय के नेताओं ने मंगलवार को एकसाथ सद्भावना अपील की. इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष प्रद्युमन दास ने नगर की एक मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के नेताओं के साथ एक बयान पढ़ा जिसमें सप्ताहांत पर हुई हिंसा पर 'दुख' जताया गया है. समुदाय के नेताओं ने मांग की कि 'घृणा भड़काने वाले' लीसेस्टर को छोड़ दें और उकसाने की कार्रवाई और हिंसा को तत्काल बंद किया जाए. 


ये भी पढ़ें-


Congress President Election: अशोक गहलोत, शशि थरूर, मनीष तिवारी...कौन कितने पानी में?


Punjab Politics: केंद्र से यूरोप जाने की नहीं मिली अनुमति, पंजाब के कैबिनेट मंत्री बोले- 'बीजेपी नहीं चाहती...'