Boris Johnson Resigns: ब्रिटेन सरकार (UK government) के 41 मंत्रियों की बगावत के बाद अब वहां नेतृत्व परिवर्तन की कवायद तेज हो चुकी है, जिसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (British Prime Minister Boris Johnson) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ब्रिटेन में अचानक से आए इस सियासी भूचाल को लेकर भारत (India) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Foreign Ministry spokesperson Arindam Bagchi) ने कहा कि, ये ब्रिटेन का आंतरिक मामला है. हम हालात पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. बागची ने आगे कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गहरी दोस्ती है. उन्होंने कहा, भारत के ब्रिटेन के साथ बहुआयामी साझेदारी है और हमें उम्मीद है कि यह आगे भी जारी रहेगी. जहां तक ब्रिटेन में नेतृत्व परिवर्तन का सवाल है हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.
अपनी ही पार्टी ने की बगावत
बता दें कि ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party) के 41 मंत्रियों ने बोरिस जॉनसन के खिलाफ बगावत कर दी है. जानकारी के मुताबिक दो दिन में 40 से ज्यादा मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं, जिसके बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ऊपर भी इस्तीफे का दबाव था. वहीं मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी भी लगातार बोरिस जॉनसन का इस्तीफा मांग रही थी.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, दो दिन के भीतर अब तक चार कैबिनेट मंत्री, 22 मंत्री, 22 संसद के निजी सचिव और 5 अन्य लोगों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जानकारों के मुताबिक, पार्टीगेट सामने आने के बाद से ही बोरिस जॉनसन की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा था. हांलाकि, बोरिस इस संकट से बाहर निकल आए थे. उनकी पार्टी ही बोरिस के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी. लेकिनि वोटिंग के दौरान बोरिस जॉनसन को 168 के मुकाबले 211 वोट मिले थे. लेकिन अब उनकी ही पार्टी की बगावत के कारण उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है.
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