Ukraine Russia War: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों, पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डुडा और यूरोपियन काउंसिल के प्रेसिडेंट चार्ल्स मिशेल से फोन पर बात की. तीनों नेताओं की पीएम मोदी से ऐसे समय में बातचीत हुई है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है और इस दौरान एक भारतीय की भी जान चली गई है. चार्ल्स मिशेल ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने पीएम मोदी के साथ बातचीत में खारकीव में भारतीय छात्र की रूसी हमलों में मौत पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि यूरोपीय देश भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकालने में तहे दिल से मदद कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने यूक्रेन में स्थिति पर चर्चा की और बिगड़ती मानवीय स्थिति पर चिंता जताई. पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डुडा से भी बात की. इस दौरान उन्होंने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में मदद देने के लिए उनका आभार जताया.
रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर मंगलवार को बड़ा हमला किया. रूसी सेना ने मिसाइल भी दागी. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने खारकीव के मुख्य चौराहे पर हुए हमले को "निर्विवाद आतंक" करार दिया और इसे युद्ध अपराध कहा. उन्होंने कहा, "कोई भी माफ नहीं करेगा. यह हमला एक युद्ध अपराध है. कोई नहीं भूलेगा ... यह रूसी संघ का राज्य आतंकवाद है."
भारत के लिए इस समय यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी सबसे बड़ी चुनौती है. इसके लिए सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है. इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और शीर्ष अधिकारी मौजूद थे.
बैठक के बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि उच्चस्तरीय बैठक में भारतीय नागरिक की मौत को लेकर प्रधानमंत्री ने गहरा दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि अब तक 12 हजार यानी करीब 60% भारतीय यूक्रेन से निकल चुके हैं. कीव में अब कोई भारतीय नागरिक नहीं बचा है.