Ukraine Russia War: रूस यूक्रेन के बीच चल रहे जंग का आज 55वां दिन है. एक तरफ जहां इतने दिनों से लगातार चल रहे जंग के बीच भी दोनों में से कोई पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं है. वहीं इस बीच एक हैरान कर देने वाली खबर आ रही है. दरअसल युद्ध के बीच रूस परमाणु अटैक कर सकता है. ब्रिटेन ने यह भी दावा किया है कि रूस टैक्सटाइल हथियार का भी इस्तेमाल कर सकता है. इस बीच जेलेंस्की ने दुनिया को किया आगाह करते हुए कहा कि यूक्रेन बॉर्डर के पास रूस के चार न्यूक्लियर बॉम्बर उड़ते देखे गए है. जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया बेहद खराब हालात और एंटी रेडिएशन दवा के लिए तैयार रहें. 


पूरी दुनिया को होना चाहिए चिंता 


जेलेंस्की ने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा, " इस हमले से सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को चिंतित होना चाहिए, क्योंकि यह वास्तविक जानकारी नहीं हो सकती है, लेकिन यह सच हो सकती है." दरअसल हाल ही में AFP के पत्रकार से बातचीत करते हुए जेलेंस्की ने कहा, हमें उस रूस के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने का इंतजार नहीं करना चाहिए. हमें इस संकट के लिए पहले से तैयारी करनी चाहिए. वो किसी भी हथियार का इस्तेमाल कर सकते हैं, मैं इसको लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हूं. उन्होंने कहा - एंटी रेडिएशन मेडिसिन और हवाई हमले से बचने शेल्टर्स की आवश्यकता होगी.


रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों को निशाना बना रहे हैं. कई शहर तबाह हो चुके हैं. इस बीच एबीपी न्यूज़ की टीम यूक्रेन में पहुंची है. बेलारूस बॉर्डर के नजदीक चेर्निहीव शहर में रूस की सेना 40 दिनों तक यहां तैनात थी. हमले के बाद पहली बार रूसी टैंक इसी शहर में पहुचे थे. चेर्निहीव बेलारूस बॉर्डर से सबसे नजदीक शहर है. ये पौने 3 लाख की आबादी वाला शहर है. शहर पर भयावह बमबारी के निशान है. यहां रूसी सैनिकों के हमले से लोगो ने सड़क के सबवे या बंकर में जाकर जान बचाई. लेकिन सबवे बंकर के अंदर धमाकों के आवाज़ से दुकानें तहस नहस हो गईं.


चेर्निहीव में तबाही का आलम


जंग के मैदान में खेल का मैदान भी तबाह हो गया. फुटबॉल स्टेडियम में 3 बड़े मिसाइल हमले किए गए थे. फुटबॉल स्टेडियम में तबाही की तस्वीर. मैदान में गोलपोस्ट के 20 फुट गहरा गड्ढा. दर्शक स्टैंड पर मिसाइल से हमला किया गया था. राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी इस हमले में मारे गए. यहां क्लस्टर बम का इस्तेमाल किया गया था. इतना ही नहीं पुलिस मुख्यालय और कई सरकारी इमारत तबाह हो गईं. एक पूर्व सैनिक जिसने सोवियत संघ के समय रूस के सैनिक के तौर पर अफगानिस्तान में लड़ाई लड़ी. आज रूस की सेना ने उसका सब कुछ छीन लिया. अब इस सैनिक के पास सिर्फ एक फटा कपड़ा और साइकिल बचा है. आंखों में आंसू और रूस के लिए गुस्सा भरा है.


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