Uma Bharti Remark On BJP: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सीनियर नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharati) ने भगवान राम को लेकर अपनी ही पार्टी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के पास भगवान राम, हनुमान या हिंदू धर्म पर पेटेंट नहीं है. कोई भी उन पर विश्वास कर सकता है. उमा भारती ने कहा कि राम, तिरंगा, गंगा और गाय में विश्वास बीजेपी (BJP) ने तय नहीं किया है, बल्कि यह उनके अंदर पहले से ही था. अंतर इतना है कि हमारी आस्था राजनीतिक लाभ से परे है.


उमा भारती ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के लिए धारा 370 को रद्द करने के बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार के फैसले को सही ठहराया. साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) पर भी सवाल उठाते हुए पूछा कि भारत कहां टूट रहा है? हमने धारा 370 को खत्म कर दिया है. जो देश को तोड़ रहा था वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) था. राहुल गांधी को इस यात्रा को पीओके ले जाना चाहिए.


उमा भारती के बयान से बढ़ी BJP की टेंशन


उमा भारती ने लोधी समुदाय के एक कार्यक्रम में कहा कि वे अपने हित को ध्यान में रखकर किसी भी पार्टी को वोट देने के लिए स्वतंत्र हैं. उनकी इस बयानबाजी ने पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. उन्होंने अपने समुदाय के विवाह योग्य लड़के-लड़कियों के एक सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि वह बीजेपी की वफादार सिपाही हैं लेकिन उनके समुदाय के लोगों को अपने हितों के आधार पर फैसला लेना चाहिए.


उन्होंने कहा, "मैं आऊंगी, मैं अपनी पार्टी के मंच पर आऊंगी, मैं वोट मांगूंगी. मैं कभी नहीं कहती कि लोधी हो तो बीजेपी को वोट दो. मैं सभी से बीजेपी को वोट देने के लिए कहती हूं क्योंकि मैं अपनी पार्टी की एक वफादार सिपाही हूं लेकिन मैं आपसे थोड़ी उम्मीद करूंगी कि आप पार्टी के वफादार सिपाही बनेंगे.'' उन्होंने आगे कहा कि आपको अपने आसपास और अपनी पसंद को देखना होगा. उमा ने आगे कहा कि अगर आप पार्टी कार्यकर्ता या पार्टी के मतदाता नहीं हैं तो आपको अपने लिए फैसले लेने होंगे. उन्होंने कहा, "हम प्यार के बंधन में हैं लेकिन मेरी तरफ से आप राजनीतिक बंधन से पूरी तरह आजाद हैं."


उमा ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा


यह कोई पहली बार नहीं है जब उमा भारती के बयान ने बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं. कुछ दिन पहले भी उमा भारती ने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ शराबबंदी को लेकर मोर्चा खोला था. मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मांग करके उन्होंने अपनी ही पार्टी की शिवराज सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी. हाल ही में उन्होंने मध्य प्रदेश में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध की मांग को लेकर एक शराब की दुकान पर पत्थर भी फेंके थे. जिसे लेकर वह काफी सुर्खियों में भी आई थीं.


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