Umesh Pal Murder: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने बरेली जेल में अशरफ के मददगारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. बरेली पुलिस ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने में अशरफ की मदद करने वाले 9 लोगों के खिलाफ खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. चार्जशीट में लल्ला गद्दी और जेल वार्डन समेत 9 लोग शामिल हैं.


प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक अहमद को मास्टरमाइंड बनाया था. पुलिस जांच में पता चला था कि माफिया अतीक के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने बरेली जेल के अंदर हत्या की साजिश रची थी. इस पूरे घटनाक्रम की जेल के अंदर से अशरफ की मदद किए जाने की बात पता चली थी. पुलिस ने जांच के बाद अब अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है.


चार्जशीट में इनके नाम


पुलिस ने अपनी चार्जशीट में मोहम्मद रजा उर्फ लल्लागद्दी, जेल वार्डन शिवहरि अवस्थी, कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हें, राशिद अली, फुरकान नवी खान, जेल वार्डन मनोज गौड़, मोहम्मद सरफुद्दीन, प्रापर्टी डीलर फरहद उर्फ गुड्डू व आरिफ का नाम शामिल किया है.


इन सभी आरोपियों के खिलाफ 7 मार्च को मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसमें जेल से बरामद सीसीटीवी फुटेज को भी आधार बनाया गया था. बरेली जिला जेल की फुटेज के आधार पर ही आरोपितों को जेल में अवैध रूप से मुलाकात, कारागार अधिनियम, षडयंत्र रचने, आपराधिक कानून अधिनियम, भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा में आरोपित बनाया गया है.


24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या


प्रयागराज में बीती 24 फरवरी को वकील उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल पर गोलियों और बमों से दौड़ा-दौड़ाकर हमला किया गया था. इस दौरान उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हुई थी. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर पुलिस ने अतीक अहमद, अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और 9 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया था. अतीक को मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया था.


अतीक और अशरफ की हत्या


उमेश पाल की हत्या में शामिल 6 आरोपियों की अभी तक मौत हो चुकी है. इसमें मुख्य साजिश कर्ता अतीक अहमद और अशरफ भी शामिल है. अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के बाहर उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब दोनों को पुलिस कस्टडी में मेडिकल जांच के लिए लाया गया था. इसके पहले 13 अप्रैल को अशरफ के बेटे असद और शूटर गुलाम झांसी में एक एसटीएफ के हाथों हुए एनकाउंटर में मारे गए थे.


हत्याकांड के तीन दिन बाद एक आरोपी अरबाज को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था जबकि एक अन्य आरोपी उस्मान को 6 मार्च को पुलिस ने मार गिराया था.


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