Umesh Pal Case Update: प्रयागराज में उमेश पाल शूटआउट में अतीक अहमद के दफ्तर पर की गई छापेमारी को लेकर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.  कमिश्नर ने कहा कि पुलिस ने धूमनगंज क्षेत्र के जयरामपुर से पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. 


गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में नियाज अहमद, मोहम्मद सजर, कैश अहमद, राकेश कुमार और अरशद कटरा उर्फ अरशद खान शामिल हैं. पुलिस कमिश्नर ने जानकारी दी कि दो अभियुक्तों कैश अहमद और राकेश कुमार की निशानदेही पर अतीक अहमद के चकिया स्थित दफ्तर पर छापेमारी की गई.


अतीक अहमद के दफ्तर से 72 बरामद


छापेमारी में अतीक अहमद के दफ्तर से 72 लाख 37 हजार रुपये बरामद किए गए हैं. वहीं, पांचों अभियुक्तों के पास से छह मोबाइल और 2 लाख 25 हजार बरामद किए गए. इस तरह से पुलिस ने कुल 74 लाख 62 हजार की रिकवरी हुई है. वहीं, अतीक के दफ्तर से कुल 10 असलहे बरामद हुए हैं, जिसमें पिस्टल और देसी तमंचा शामिल हैं. इसमें पांच पिस्टल और पांच देशी तमंचे हैं और एक मैगजीन और 112 कारतूस विभिन्न बोर के बरामद किए गए हैं.


नियाज ने अतीक और अशरफ की बात कराई


पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, पहला अभियुक्त नियाज अहमद धूमनगंज का रहने वाला है. असद ने इससे इंटरनेट कॉल पर अतीक और अशरफ से बात कराई थी. उमेश पाल शूटआउट में नियाज अहमद की भूमिका रेकी करने की है. कचहरी से लेकर उमेश पाल के घर जाने तक नियाज ने रेकी की थी.


फोन बरामद हुआ


नियाज उमेश पाल शूटआउट को लेकर प्लानिंग की बैठकों में भी शामिल हुआ था. इसके पास से फोन बरामद हुआ है जिसकी छानबीन की जा रही है. दूसरा आरोपी मोहम्मद सजर जयंतीपुर सुलेम सराय का रहने वाला है. सजर उमेश पाल के घर के पास रहता था. असद ने अपने घर बुलाकर सजर को एक आईफोन दिया था. आईफोन में कई नंबर पहले से ही फीड थे. सजर उमेश पाल की लोकेशन अतीक और अशरफ को देता रहता था.


तीसरा आरोपी अरशद कटरा उर्फ अरशद खान


वहीं, तीसरा आरोपी अरशद कटरा उर्फ अरशद खान शूटआउट की साजिश में शामिल था. अरशद अतीक के घर होने वाली बैठकों में मौजूद रहता था. जबकि, चौथा आरोपी कैश अहमद 16 साल से अधिक समय से अतीक के परिवार का ड्राइवर था. उमेश पाल शूटआउट के बाद कैश अहमद ने असलहा और कैश छुपाया था.


कैश से विस्तृत पूछताछ कर रही है पुलिस 


अतीक, अशरफ, शाइस्ता और असद के निर्देश पर कैश अहमद वारदात से जुड़े काम करता था. पुलिस कैश से विस्तृत पूछताछ कर रही है. वहीं, पांचवा आरोपी राकेश कुमार कौशांबी का रहने वाला है. राकेश उर्फ नाकेश कुमार उर्फ लाला 16 साल से अतीक के घर मुंशी का काम कर रहा था. असलहा और कैश छिपाने में राकेश भी अहम भूमिका थी.


असलहों को लेकर कमिश्नर ने कुछ नहीं कहा


पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर मामले के और खुलासे में जुटी हैं. पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, उमेश पाल शूटआउट की साजिश में साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद, बरेली जेल में बंद अतीक का भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन और बेटा असद शामिल था, बरामद हुए पैसों और असलहों को लेकर पुलिस कमिश्नर ने अभी साफ तौर पर कुछ भी नहीं कहा है.


पैसे वारदात के बाद शूटरों बांटे जाने थे


सूत्रों के मुताबिक अतीक के दफ्तर से बरामद हुए पैसे वारदात के बाद शूटरों और अन्य लोगों में बांटे जाने थे. इस बात की भी आशंका है कि अतीक के दफ्तर से बरामद हुए असलहों का इस्तेमाल उमेश पाल शूटआउट केस में किया गया था. पुलिस कमिश्नर के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि अतीक के साथ है उसके परिवार के ज्यादातर सदस्य या कर्मचारी इस वारदात में सीधे तौर पर या फिर साजिश रचने में शामिल थे.


जेल में बंद अतीक और अशरफ वर्चुअल तौर पर साजिश की बैठकों में शामिल होते थे. शूटआउट के सस्पेंस से धीरे-धीरे पर्दा हट रहा है. मंगलवार को हुई 5 गिरफ्तारियों से पहले 27 फरवरी को सदाकत खान नाम के आरोपी की गिरफ्तारी हुई थी.


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