India At UNGPA: महात्मा गांधी अंतत: संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पहुंच ही गए हैं. भारत ने महात्मा गांधी की एक प्रतिमा संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को तोहफे में दी है, जिसे यहां स्थापित किया जाएगा. यह मुख्यालय में महात्मा गांधी की पहली प्रतिमा होगी.


विदेश मंत्री एस. जयशंकर और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के नॉर्थ लॉन में आयोजित सादे समारोह में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया. 


क्या बोली यूएन में भारत की स्थाई प्रतिनिधि?
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि यह प्रतिमा अब न्यूयॉर्क में यूएन हेडक्वार्ट्स के प्रतिष्ठित नॉर्थ लॉन गार्डन की शोभा बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा का अनावरण विदेश मंत्री डॉ जयशंकर, यूएन चीफ एंटोनिया गुटारेस और यूएन जीए के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौजूद थे. 


कौन-कौन था मौजूद?
इसके साथ ही महात्मा गांधी का संयुक्त राष्ट्र में पदार्पण हो गया है. भारत 15 सदस्यीय शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है. इस अवसर पर महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी भी मौजूद थे.


भारत ने प्रतिष्ठित शिल्पकार पद्मश्री से सम्मानित रामसुतार द्वारा बनायी गयी यह आवक्ष प्रतिमा संयुक्त राष्ट्र को उपहार स्वरूप दी है. रामसुतार ने ही गुजरात में स्थापित सरकार वल्लभ भाई पटेल की स्टैचू ऑफ यूनिटी डिजाइन की है.


क्या बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर?
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष साबा कोरोसी से मुलाकात की और भारत की सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के साथ जी20 अध्यक्षता के दौरान देश के लक्ष्यों पर चर्चा की. 


जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी से न्यूयॉर्क में मिलकर अच्छा लगा. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अनुभाव, जी20 की अध्यक्षता के दौरान हमारे लक्ष्यों और बहुपक्षीय सुधारों की महत्ता पर चर्चा की.


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