Unacademy Row: अनएकेडमी से एक राजनीतिक टिप्पणी के कारण बर्खास्त किए गए करण सांगवान ने मीडिया से बात की है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैंने किसी का नाम नहीं लिया, किसी पार्टी का जिक्र नहीं किया. हो सकता है उन्होंने मुझे किसी राजनीतिक दबाव के कारण उनको नौकरी से निकाल दिया गया हो'.


करण सांगवान को नौकरी से निकालते हुए अनएकेडमी के सह-संस्थापक रोमन सैनी ने एक ट्वीट किया था. उस ट्वीट में कहा था, 'हम एक शैक्षिक प्लेटफॉर्म हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसा करने के लिए हमने सभी शिक्षकों के लिए सख्त आचार संहिता लागू की है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे शिक्षार्थियों को निष्पक्ष ज्ञान तक पहुंच प्राप्त हो.'


'क्लासरूम नहीं है व्यक्तिगत विचार साझा करने की जगह'
ट्वीट में आगे कहा गया, 'हम जो कुछ भी करते हैं उसके केंद्र में हमारे शिक्षार्थी होते हैं. क्लासरूम व्यक्तिगत राय और विचार साझा करने की जगह नहीं है क्योंकि वे उनको गलत तरीके से प्रभावित कर सकते हैं. वर्तमान स्थिति में, हमें करण सांगवान से अलग होने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि वह आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं.'


'कोड ऑफ कंडक्ट' ब्रीच के बारे में क्या बोले करण सांगवान?
इंडिया टुडे से बात करते हुए करण सांगवान ने 'कोड ऑफ कंडक्ट' ब्रीच के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, अनएकेडमी के कोड ऑफ कंडक्ट में लिखा हुआ है कि आप कोई भी राजनीतिक टिप्पणी नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने 'राजनीतिक टिप्पणी' को भी स्पेसीफाइड नहीं किया है. आप किस बयान को कहेंगे कि यह बयान राजनीतिक प्रकृति का है.


करण ने आगे कहा, 'उनको दुख है कि अनएकेडमी के टॉप मैनेजमेंट ने उनसे बात तक नहीं की. वह इस बात को लेकर रिग्रेट करते हैं कि ऐसा कुछ हुआ, अगर वह बात करते तो शायद वह उनको बताते कि उनका कोई ऐसा उद्देश्य नहीं था.'


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