लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी का चेहरा होंगी और यह चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. लल्लू ने कहा कि कांग्रेस किसी राजनीतिक दल से गठबंधन नहीं करेगी बल्कि जनता, लोकतंत्र, युवाओं, किसानों, गरीबों, दलितों और वंचितों से गठजोड़ करेगी.


पीटीआई से बातचीत में लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रियंका की भूमि है. वह यहीं की हैं. प्रियंका और उनके परिवार का उत्तर प्रदेश की भूमि और राज्य की करोड़ों जनता से लगाव है. वह राज्य के करोड़ों लोगों के हृदय में रहती हैं. निस्संदेह उनके नेतृत्व में पार्टी उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लडे़गी. हमें यकीन है कि प्रियंका के नेतृत्व में कांग्रेस को जनता अपना आशीर्वाद देगी.


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनभावना है कि हमें प्रियंका की देख रेख में सरकार बनानी चाहिए. लल्लू ने बीजेपी नेताओं के इस दावे को खारिज कर दिया कि प्रियंका टि्वटर वाली नेता हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रियंका से भयभीत है. राज्य सरकार द्वारा हिरासत में लिए जाने के बावजूद वह सड़कों पर उतरीं और सोनभद्र के आदिवासियों के लिए संघर्ष किया. जिस तरह से वह हर मुद्दे पर सरकार को अलग-थलग कर रही हैं, सरकार डरी और फंसी हुई है.



एक सवाल के जवाब में लल्लू ने कहा कि कांग्रेस राज्य की जनता को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्रभावित करने वाले मुद्दे लगातार उठा रही है. हम अपनी आवाज लगातार मजबूत कर रहे हैं. विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस जनता की आवाज बन रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस 1989 से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर है और तभी से राज्य के विकास में काफी अधिक गिरावट आई है.


लल्लू ने कहा कि कांग्रेस शासन के समय उत्तर प्रदेश उद्योगों, लघु उद्योगों और चीनी मिलों के लिए जाना जाता था, लेकिन अब बड़ी संख्या में चीनी मिलें बंद हो रही हैं. जिलों के पारंपरिक उद्योगों की हालत खराब है, चाहे वह फिरोजाबाद का कांच उद्योग हो, अलीगढ़ के ताले हों, कानपुर का चर्म उद्योग हो, मुरादाबाद का पीतल हो या भदोही का कालीन. राज्य के बुनकरों की स्थिति भी काफी खराब है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस 'विकसित यूपी, समृद्ध यूपी' बनाने का प्रयास करेगी.



राज्य सरकार के 'एक जिला एक उत्पाद' कार्यक्रम के बारे में पूछने पर लल्लू ने कहा कि यह सिर्फ एक बहाना है. राज्य सरकार निवेशक सम्मेलन आयोजित कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर एक भी परियोजना कार्यान्वित नहीं हुई. इस सवाल पर कि क्या उत्तर प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व का खालीपन या कार्यकर्ताओं की कमी है, लल्लू ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल,डीजल के दामों में बढ़ोतरी सहित जनता से जुड़े कई मुद्दों को लेकर सड़क पर संघर्ष किया है. कांग्रेस अब दलितों, पिछडों, वंचितों की आवाज बन रही है.


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