विशेष MCOCA कोर्ट ने बुधवार को अंडरवर्ल्ड डॉन गैंगस्टर छोटा शकील के साले, मोहम्मद सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट को वसूली के एक मामले में जमानत दे दी.


आपको बता दें कि सलीम फ्रूट और उसके सहयोगियों पर एक व्यवसायी से 62 लाख रुपये की फिरौती मांगने का आरोप था. उस व्यवसायी ने दावा किया था कि अपनी सुरक्षा के डर से उसने 7.5 लाख रुपये ट्रांसफर किए और 30 लाख रुपये कीमत की अपनी रेंज रोवर कार भी सौंप दी.

क्या है मामला?


इसके बाद में शिकायतकर्ता व्यवसायी ने मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में इस मामले की शिकायत की जिसके आधार पर पुलिस ने सलीम फ्रूट के खिलाफ FIR दर्ज की, मामला अंडरवर्ल्ड से जुड़ा होने के कारण मामले कि जांच क्राइम ब्रांच की एंटी-एक्सटॉर्शन सेल को ट्रांसफर किया गया, इसी मामले में अक्टूबर 2022 में एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने सलीम फ्रूट को गिरफ्तार कर लिया था.

इस मामले में जेल में रहेगा सलीम फ्रूट


आपको बता दें कि इसके अलावा सलीम फ्रूट पर दर्ज एक दूसरे मामले की जांच साल 2022 में NIA ने शुरू की थी जो कि डी-कंपनी से जुड़ा था. इस मामले में भी सलीम फ्रूट को गिरफ्तार किया गया था जिसमे कहा किया गया है कि  डी-कंपनी आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों, तस्करी, नार्को टेरोरीज़म, मनी लॉन्ड्रिंग, FICN यानी कि फर्जी भारतीय नोट का चलन करना, और आतंकवाद को फंडिंग करने के लिए संपत्तियों का अधिग्रहण करना. इस मामले में दावा किया गया है कि दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगी लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अल कायदा जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.


हालांकि सलीम फ्रूट को मुंबई क्राइम ब्रांच के द्वारा जांच की जा रही वसूली के मामले में जमानत मिल गई है, लेकिन NIA मामले में उसकी जमानत याचिका अभी भी बॉम्बे हाईकोर्ट में लंबित है, जिसके कारण उसे अब भी जेल में ही रहना पड़ेगा.