'Corona की मार से बढ़ रही बेरोजगारी, लॉकडाउन हो आखिरी विकल्प', तीसरी लहर पर बोले एक्सपर्ट
Corona Cases: IIT Kanpur के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने अनुमान लगाया है कि ओमिक्रोन की वजह से आई तीसरी लहर मार्च 2022 के अंत में खत्म हो जाएगी.
Third Wave of Corona: देश में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. इन दिनों जिस तरह कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं लोगों के मन में कई सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं. तीसरी लहर में रोज कितने केस आएंगे? ये लहर कबतक खत्म होगी? ऐसे कई सवाल है जो इन दिनों आम जनता से लेकर प्रशासन तक के जहन में चल रही होगी. वहीं दूसरी तरफ इन सवालों के जबाव के तलाश में अलग-अलग अध्ययन भी किए जा रहे हैं.
इसी क्रम में IIT Kanpur के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने अनुमान लगाया है कि ओमिक्रोन की वजह से आई तीसरी लहर मार्च 2022 के अंत में खत्म हो जाएगी. बता दें कि प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल कोविड और उसके संक्रमण पर स्टडी के लिए बनाए गए भारत सरकार के सूत्र मॉडल के प्रमुख भी हैं.
मार्च के मध्य तक कमजोर पड़ जाएगा कोरोना
वहीं थर्ड वेव को लेकर प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि यह लहर मार्च के मध्य तक कमजोर पड़ जाएगी और आखिर तक खत्म हो सकती है. उन्होंने अध्य्यन के तहत ये भी बताया कि महामारी की ये लहर जनवरी के अंतिम तक पीक पर पहुंच सकती है. स्टडी के अनुसार पीक आवर के दौरान देश में चार से आठ लाख मामला रेज आने की आशंका है.
लॉकडाउन है कारगर तरीका
उन्होंने कहा पीक के दौरान दिल्ली और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा लोग संक्रमित हो सकते हैं. यहां रोज 50 हजार से 60 हजार केस आ सकते हैं. मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि हर बार की तरह की कोरोना के इस लहर को रोकने का भी एक ही कारहर तरीका है और वो है लॉकडाउन, उन्होंने कहा कि लॉकडाउन वायरस के संक्रमण को फैलने में हमेशा मददगार साबित हुआ है. हालांकि लॉकडाउन के कारण कई लोगों का रोजगार छिन जाता है इसलिए इसे आखरी विकल्प के रूप में देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों को सरकार द्वारा बनाए गाईडलाइन को फॉलो करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना चाहिए.
ये भी पढ़ें: