बिहार में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची बेरोजगारी, पिछले साल की तुलना में तीन प्रतिशत हुई वृद्धि
बिहार में बेरोजगारी दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. मंगलवार को जारी नए आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में बेरोजगारी तीन फीसदी बढ़कर 10.2 प्रतिशत पहुंच गई है.
पटना: बिहार में कुछ महीनों बाद ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले राज्य में बेरोजगारी के जो आंकड़े सामने आए हैं, उससे साफ पता चलता है कि वहां कितना विकास हुआ है. बिहार में बेरोजगारी दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. मंगलवार को जारी हुए नए आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में बेरोजगारी पिछले साल से तीन फीसद बढ़कर 10.2 प्रतिशत तक पहुंच गई है. हालांकि, राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी दर में कमी आई है.
देश में कम हुई बेरोजगारी दर
देश में बेरोजगारी की दर पिछले साल से कम होकर 5.8 फीसद पर पहुंच गई है. पिछले साल देश में बेरोजगारी की दर 6.1 फीसद थी. बेरोजगारी की दर में कमी ने सभी को हैरान किया है. क्योंकि कोरोना वायरस के कारण बेरोजगारी दर बहुत अधिक होने की उम्मीद थी. कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगभग ढ़ाई महीने तक लॉकडाउन लागू किया गया था, जिससे लाखों मजदूर बेरोजगार हुए थे.
लंबे वक्त से केंद्र सरकार ने जारी नहीं किए बेरोजगारी के आंकड़े
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले लंबे वक्त से बेरोजगारी के आंकड़े जारी नहीं किए हैं. कई अर्थशास्त्रियों ने इसकी सरकार से इसकी शिकायत भी की थी कि देश में बेरोजगारी का डाटा काफी पुराना है.
बिहार में सबसे अधिक है बेरोजगारी
एक निजी रिसर्च एजेंसी CMIE के ताज़ा आंकड़ो के मुताबिक, देश के सभी बड़े राज्यों में बिहार में सबसे अधिक बेरोजगारी है. हालांकि, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी बेरोजगारी दर काफी ऊंचे स्तर पर है.
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