Uniform Civil Code: समान नागिरक संहिता (UCC) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार (27 जून) को भोपाल में दिए गए बयान को लेकर बयानबाजी जारी है. इस बीच शुक्रवार (30 जून) को ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी से यूसीसी को लेकर कई सवाल किए. 


सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, ''पीएम मोदी कहते हैं कि मुस्लिमों का एक ग्रुप पसमांदा मुस्लिम को आगे नहीं बढ़ने दे रहा, लेकिन सच्चाई ये है कि सभी मुस्लिम गरीब हैं. उच्च वर्गीय मुस्लिम तो अन्य पिछ्ड़ा वर्ग (OBC) हिंदू से भी गरीब है. नरेंद्र मोदी सभी भारतीयों के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण बजट में 40 फीसदी की कटौती क्यों की है?''


ओवैसी ने आगे कहा कि सरकार दलित मुस्लिमों के लिए अनुसूचित जाति आरक्षण (SC) का विरोध क्यों कर रही है? बीजेपी पिछड़े मुस्लिमों का आरक्षण देने का विरोध क्यों कर रही है? क्या वह इस सामाजिक अन्याय का दोष भी यूसीसी को देंगे?


कांग्रेस का किया जिक्र 
ओवैसी ने कहा, ''कांग्रेस और अन्य सामाजिक न्याय वाली पार्टियां भी बताए कि हमें उचित हिस्सा मिलेगा या हमें खुश होना चाहिए कि आपके नेता ने इफ्तार पार्टी में टोपी पहनी थी?"


दरअसल पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि वो यूसीसी को लेकर लोगों को भड़का रहे हैं. 


पीएम मोदी ने क्या कहा था?
पीएम मोदी ने भोपाल में बीजेपी के एक कार्यक्रम में कहा था, ''यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है. एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पायेगा क्या? ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा?'' 


उन्होंने आगे कहा था कि मुसलमान बेटियों पर 'तीन तलाक' का फंदा लटकाकर, कुछ लोग उन पर हमेशा अत्याचार करने की खुली छूट चाहते हैं. यही लोग तीन तलाक का समर्थन भी करते हैं. 


ये भी पढ़ें- UCC पर स्टालिन, शरद पवार और फारूक अब्दुल्ला ने सरकार को घेरा, संसदीय समिति की बुलाई गई बैठक | बड़ी बातें