Uniform Civil Code: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार (27 जून) को भोपाल में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर दिए गए बयान के बाद से बयानबाजी शुरू हो गई है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार (29 जून) को पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कानून व्यवस्था बिगड़ाने का प्रयास कर रहे हैं.
डीएमके के अध्यक्ष स्टालिन ने चेन्नई में दावा किया कि पीएम मोदी धार्मिक हिंसा शुरू करवाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा, '' पीएम मोदी कहते हैं कि देश में दो तरह के कानून नहीं होने चाहिए हैं. वो ऐसा कहकर सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने और देश में भ्रम पैदा करके 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने की सोच रहे हैं. ''
एमके स्टालिन ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक स्टालिन ने कहा कि लोग 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं. दरअसल पीएम मोदी ने कहा था कि विपक्ष समान नागरिक संहिता का विरोध वोट बैंक के लिए कर रहा है.
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
पीएम मोदी ने कहा था, ''हम देख रहे हैं कि समान नागरिक संहिता के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है. एक घर में परिवार के एक सदस्य के लिए एक कानून हो, दूसरे के लिए दूसरा तो क्या वह परिवार चल पाएगा. फिर ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा? हमें याद रखना है कि भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है.''
उन्होंने कहा कि 'ये लोग (विपक्ष) हम पर आरोप लगाते हैं लेकिन हकीकत यह है कि वे मुसलमान, मुसलमान करते हैं. अगर वे वास्तव में मुसलमानों के हित में (काम) कर रहे होते, तो मुस्लिम परिवार शिक्षा और नौकरियों में पीछे नहीं होते.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है तो यह पाकिस्तान, कतर, जॉर्डन, इंडोनेशिया जैसे देशों में क्यों नहीं है. वहां क्यों बंद कर दिया गया. मैं समझता हूं कि मुसलमान बेटियों पर तीन तलाक का फंदा लटका कर उन पर अत्याचार की खुली छूट चाहते हैं, ये इसलिए उसका समर्थन करते हैं. मैं जहां जाता हूं मुस्लिम बहनें बीजेपी के साथ खड़ी रहती हैं.
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