TKS Elangovan On UCC: डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने समान नागरिक संहिता (UCC) के मुद्दे पर कहा है कि इसे पहले हिंदू धर्म में लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने पूजा स्थलों पर विभिन्न जातियों के बीच कथित भेदभाव का जिक्र करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी.
डीएमके नेता एलंगोवन ने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कहा, ''समान नागरिक संहिता को सबसे पहले हिंदू धर्म में लागू किया जाना चाहिए. एससी/एसटी समेत हर एक व्यक्ति को देश के किसी भी मंदिर में पूजा करने की अनुमति दी जानी चाहिए. हमें समान नागरिक संहित केवल इसलिए नहीं चाहिए क्योंकि संविधान ने हर धर्म को सुरक्षा दी है.''
डीएमके नेता का यह बयान ऐसे समय आया जब मंगलवार (27 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के भोपाल में बीजेपी के कार्यक्रम 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' में समान नागरिक संहिता का जिक्र किया.
UCC पर पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा, ''यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है. आप बताइए कि एक घर में परिवार के एक सदस्य के लिए एक कानून हो, परिवार के दूसरे सदस्य के लिए दूसरा कानून हो तो क्या वो घर चल पाएगा क्या? फिर ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा. हमें याद रखना है कि भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है.''
विरोधियों पर पीएम मोदी का निशाना
इसी के साथी पीएम मोदी ने कहा, ''ये लोग (विपक्षी दल) हम पर आरोप लगाते हैं लेकिन सच ये है कि यही लोग मुसलमान-मुसलमान करते हैं. अगर ये मुसलमानों के सही मायने में हितैषी होते अधिकांश परिवार, मेरे मुस्लिम भाई-बहन शिक्षा में पीछे न रहते, रोजगार में पीछे न रहते, मुसीबत की जिंदगी जीने के लिए मजबूर न रहते. सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है, सुप्रीम कोर्ट डंडा मारती है, कह रही है कि कॉमन सिविल कोड लाओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग (विरोध कर रहे हैं.)''
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