केंद्रीय कृषि मंत्री ने पंजाब के किसानों से प्रदर्शन खत्म करने, सरकार के साथ बातचीत फिर शुरू करने का आग्रह किया
नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर विभिन्न राज्यों के हजारों किसान और उनके परिजन करीब एक महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. अभी तक केंद्र और 40 किसान संघों के बीच छह दौर की औपचारिक वार्ता बेनतीजा रही है.
नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पंजाब के किसानों से प्रदर्शन खत्म करके सरकार के साथ बातचीत करने के लिए कहा है. किसानों के 40 संघों के साथ बातचीत की अगुवाई कर रहे तोमर ने उम्मीद जताई कि किसान इन तीनों कानूनों के महत्व को समझेंगे और इस गतिरोध को खत्म करने की खातिर समाधान निकलाने के लिए सरकार के साथ बातचीत करेंगे.
कृषि मंत्री ने कहा कि पंजाब के किसानों के मन में कुछ गलत धारणा है. उन्होंने कहा, 'मैं उनसे आग्रह करना चाहता हूं कि प्रदर्शन छोड़कर वार्ता के लिए आगे आएं. मुझे आशा है कि किसान नए कानूनों के महत्व को समझेंगे और समाधान पर पहुंचेंगे.'
छह दौर की औपचारिक वार्ता बेनतीजा नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर विभिन्न राज्यों के हजारों किसान और उनके परिजन करीब एक महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. अभी तक केंद्र और 40 किसान संघों के बीच छह दौर की औपचारिक वार्ता बेनतीजा रही है. सरकार ने किसानों को दो बार पत्र लिखकर अगले दौर की बातचीत उनके हिसाब से तय तारीख पर करने के लिए न्योता भेजा है.
किसान संगठनों के साथ बातचीत में तोमर के साथ केंद्रीय खाद्य, वाणिज्य और रेल मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश भाग ले रहे हैं. आंदोलनकारी किसान समूहों का कहना है कि नए कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का सुरक्षा तंत्र समाप्त हो जाएगा, मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉर्पोरेटों की दया पर निर्भर हो जाएंगे. सरकार कह रही है कि उनकी आशंका गलत है.
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