Union Budget 2023: 'बजट में कुछ अच्छी चीजें, लेकिन...', कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कुछ ऐसे किया बजट का स्वागत
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने बजट की तारीफ की. उन्होंने कहा कि बजट का बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट का दोहराव था लेकिन टैक्स में किसी भी तरह की कटौती का स्वागत है.
Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आज बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने कई अहम घोषणाएं की. उनके बजट भाषण पर विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि बजट में कुछ चीजें अच्छी थी और मैं इसे पूरी तरह से नकारात्मक बजट नहीं कहूंगा.
बजट भाषण खत्म होने के बाद संसद से बाहर निकलते वक्त शशि थरूर ने कहा कि बजट में कुछ चीजें अच्छी थी मैं इसे पूरी तरह नकारात्मक बजट नहीं कहूंगा, लेकिन इस पर कई सवाल उठते हैं. शशि थरूर ने कहा कि बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था. सरकार मजदूरों के लिए क्या करने जा रही है? बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई.
बजट में कुछ चीजें अच्छी थी मैं इसे पूरी तरह नकारात्मक नहीं कहूंगा, लेकिन अभी भी कई सवाल उठते हैं। बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था। सरकार मजदूरों के लिए क्या करने जा रही है? बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई: कांग्रेस सांसद शशि थरूर, दिल्ली pic.twitter.com/rsFLBrZLRc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 1, 2023
कार्ति चिदंबरम ने भी की तारीफ
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने बजट की तारीफ की. उन्होंने कहा कि बजट का एक बड़ा हिस्सा राष्ट्रपति के अभिभाषण और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट का दोहराव था. लेकिन टैक्स में किसी भी तरह की कटौती का स्वागत है, लोगों के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है.
क्या बोली सपा सांसद डिंपल यादव?
वहीं सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि यह सरकार का चुनावी बजट है, इस बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं है. किसानों की एमएसपी की बात नहीं की गई है. रेलवे को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया गया है. आधी से ज्यादा आबादी गांव में बसती है लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया है. ये बहुत ही निराशाजनक बजट है.
'नीति निदेशक तत्व पढ़ लें वित्त मंत्री'
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि मैंने वित्त मंत्री को कई बार कहा है कि जब भी बजट बनाए तो वह अनुच्छेद 39 को देख लें. उन्होंने कहा कि संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला बजट बनाते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा. मनोज झा ने आरोप लगाया कि वित्त मंत्री ने रोजगार के लिए गोल-गोल बातें की. उन्होंने कहा कि ये बजट खास लोगों का खास लोगों द्वारा खास तरह से बनाया गया बजट है.