Union Budget 2024: मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट पर विपक्षी दल हमलावर हैं. इस कड़ी में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान बजट के मुद्दे पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा. संजय राउत ने कहा, '10 साल से प्रधानमंत्री बजट पर बात कर रहे हैं लेकिन बजट से आम जनता को 10 साल में क्या मिला?'


शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत बोले, 'किसान, बेरोजगार, युवा, छात्र ऐसे बड़े-बड़े वादे होते हैं. बजट पहले एक राज्य गुजरात के लिए बनता था अब उसमें 2 राज्य और जुड़ गए हैं. सरकार बचाने के लिए प्रधानमंत्री को ये करना जरूरी है. कुर्सी बचाने के लिए बजट बनता है देश के लिए नहीं बनता है ये पहली बार देखा है.'


संजय राउत ने की थी ये भविष्यवाणी


संजय राउत ने मंगलवार (22 जुलाई) को बजट पेश होने से पहले ही कहा था कि ये एनडीए सरकार का पहला बजट है, मोदी सरकार का नहीं. ये देखना दिलचस्प होगा कि बजट पर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू कितना असर डालेंगे. संजय राउत ने कहा था कि अगर अच्छा बजट होगा तो हम स्वागत करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई की भी बात कही थी. 


क्या बोले सपा नेता?


समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) ने केंद्रीय बजट को पूरी तरह से निराशाजनक बताया. उन्होंने कहा कि इस बजट में गांव और खेती की अनदेखी की गई. वहां(बिहार और आंध्र प्रदेश) के नेताओं को ये सोचने की जरुरत है कि इतने बड़े राज्यों के लिए जो छोटी घोषणाएं हुई हैं वो अपर्याप्त हैं. रामगोपाल यादव ने कहा कि बजट में उत्तर प्रदेश का तो नाम ही नहीं लिया गया.


'ये अल्पमत सरकार बचाने का बजट है'


समाजवादी पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद ने भी केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया दी. अवधेश प्रसाद ने कहा, 'यह जो अल्पमत की सरकार है उसे बचाने का बजट है. बजट में अयोध्या, उत्तर प्रदेश के साथ ही लगभग पूरे देश की अनदेखी की गई.' वो बोले कि ये कुर्सी बचाने का बजट है इसलिए दो राज्यों को प्राथमिकता दी गई है और बाकी राज्यों को छोड़ दिया गया है, ये बीजेपी को महंगा पड़ेगा.


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