नई दिल्ली: हज यात्रा को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. केंद्र सरकार ने हज सब्सिडी खत्म कर दी है. केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सरकार के इस फैसले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 2018 के हज में सब्सिडी नहीं दी जाएगी.


सशक्तिकरण के लिए ईमानदारी से काम करे रहे: नकवी
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ''हम सम्मान के साथ सशक्तिकरण करेंगे, हम तुष्टिकरण के साथ सशक्तिकरण नहीं करेंगे. अल्पसंख्यक समाज के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण के लिए ईमानदारी और मजबूती के साथ हम काम कर रहे हैं.''


सब्सिडी का पैसा लड़कियों की शिक्षा पर खर्च होगा: नकवी
उन्होंने कहा, ''हज सब्सिडी 2018 के हज में नहीं रहेगी. इस बार आजादी के बाद सबसे ज्यादा हज यात्री हज करने के लिए जाएंगे. हज सब्सिडी का अल्पसंख्यक समाज के शैक्षणिक सशक्तिकरण के लिए इस्तेमाल होगा. खासकर लड़कियों और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए इसके इस्तेमाल किया जाएगा. जिससे शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े समाज को बराबरी का अहसास कराया जा सके.''


सब्सिडी से मुसलमानों का नहीं कुछ एजेंसियों का फायदा: नकवी
फैसले के विरोध के सवाल पर नकवी ने कहा, ''जब सम्मान के साथ विकास की बात कहते हैं तो फिर हज भी सम्मान के साथ होना चाहिए. सब्सिडी से मुसलमानों का नहीं कुछ एजेंसियों का फायदा होता था. गरीब मुसलमानों के लिए हमने व्यवस्था की है, जल्द ही पानी के जहाज से भी हज यात्रा शुरू कराएंगे.''


इस साल कितने यात्री हज यात्रा पर जाएंगे?
इस साल 1 लाख 75 हज़ार हज यात्री बिना सब्सिडी के यात्रा करेंगे. हर साल केंद्र सरकार 700 करोड़ रुपये हज यात्रियों को सब्सिडी देती थी. पिछले साल 250 करोड़ रुपये सब्सिडी पर केंद्र सरकार ने खर्च किये थे.


अब तक सरकार ने कितनी सब्सिडी दी?
सरकार लगातार हज यात्रियों के लिए सब्सिडी देती रही है. पिछले कुछ सालों की बात करें तो सरकार ने साल 2013 में 680 करोड़, 2014 में 577 करोड़, 2015 में 529 करोड़ और साल 2016 में 405 करोड़ रुपये सब्सिडी के लिए दिए.''