नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने एनएमसी बिल के कुछ प्रावधानों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एम्स और सफदरजंग के रेजिडेंट डॉक्टरों से रविवार को मुलाकात की और उम्मीद जतायी कि राष्ट्रीय हित और मरीजों को हो रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए वे अपनी हड़ताल वापस ले लेंगे. रेजिडेंट डॉक्टर लगातार चौथे दिन रविवार को भी अपनी हड़ताल जारी रखे हुए हैं. वर्धन ने अपने आवास पर रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और कहा कि उन्होंने उनकी (डॉक्टरों की) गलतफहमियों को दूर किया और राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) विधेयक से संबंधित उनके सवालों के जवाब दिये.


हर्षवर्धन ने ट्वीट किया, ''आज सुबह अपने आवास पर एम्स आरडीए के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान मैंने एक बार फिर दोहराया कि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग विधेयक, चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव है जो 130 करोड़ लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में वरदान साबित होगा.''





एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ''एम्स आरडीए के अलावा मैंने एसजेएच दिल्ली आरडीए के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की और एनएमसी विधेयक, 2019 के बारे में उनकी गलतफहमियों को दूर किया. पू्र्ण विश्वास है कि आंदोलनरत डॉक्टर, मरीजों की परेशानियों को देखते हुए जल्द ही राष्ट्रहित में अपना विरोध वापस लेंगे.''





एम्स और सफदरजंग समेत कुछ सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा गैर-जरूरी सेवाओं का बहिष्कार करने से स्वास्थ्य सेवाएं लगातार प्रभावित हैं, हालांकि शनिवार को सभी अस्पतालों में आपात सेवाएं बहाल कर दी गयीं.


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