(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Heat Wave Advisory: देशभर में बढ़ती गर्मी को लेकर केंद्र ने राज्यों को जारी किया ये निर्देश, जानें क्या कहा
Heat Wave Advisory: देशभर में लगातार गर्मी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है, जिससे कई लोगों हीटवेव की चपेट में भी आए हैं. फिलहाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस ओर ध्यान देते हुए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
Heat Wave Advisory: देशभर में लगातार बढ़ रहे तापमान के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इससे निपटने के दिशानिर्देश जारी किए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से गर्मी से संबंधित बीमारियों पर 'नेशनल एक्शन प्लान' बनाने का आग्रह किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्मी के दौरान होने वाली बिमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में जरूरी दवाओं की उपलब्धता और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर गर्मी संबंधी बीमारियों पर 'नेशनल एक्शन प्लान' बनाने का आग्रह किया गया है. उन्होंने अपने पत्र में अनुरोध किया है कि हीटवेव के मामलों के प्रभावी प्रबंधन को लेकर सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी दिए जाएं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि 1 मार्च से सभी राज्यों और जिलों में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के तहत गर्मी से संबंधित बीमारियों की दैनिक निगरानी की जा रही है.
Union Health Secretary Rajesh Bhushan has written to states on rising temperature & heatwave across the country, requesting to "disseminate the guideline document 'National Action Plan on Heat-Related Illnesses' to all districts for effective management." pic.twitter.com/OaI0rowxCa
— ANI (@ANI) May 1, 2022
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के लेटर के अनुसार आईडीएसपी की इस दैनिक निगरानी रिपोर्ट को एनसीडीसी के साथ शेयर करने के निर्देश दिए गए हैं. फिलहाल भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) और एनसीडीसी द्वारा राज्यों के साथ शेयर किए जा रहे डेली हीट अलर्ट बताते हैं कि अगले 3-4 दिनों के लिए हीटवेव का पूर्वानुमान बता रहे हैं. जिसे जिला और स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर तुरंत प्रसारित किया जा सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भूषण ने इस बात का भी जिक्र किया है कि राज्यों के स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को गर्मी को लेकर संवेदनशील होना होगा और अपनी क्षमता निर्माण के प्रयास जारी रखने होंगे. उनका कहना है कि गर्मी के दौरान होने वाली बिमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को गर्मी की बीमारी, इसकी शीघ्र पहचान और प्रबंधन पर अपनी तैयारी तेज करनी होगी.
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