(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Heatwave Alert: बढ़ता पारा बढ़ा रहा टेंशन! केंद्र ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर किया अलर्ट, पढ़ें आखिर क्या कहा
Heatwave Alert: राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने गर्मी को लेकर अलर्ट कर दिया है.
Heatwave Alert: देश भर में अब गर्मी बढ़ने लगी है. तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी हो रही है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गर्मी से जुड़ी बीमारियों को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट किया है. उन्होंने सभी से ‘नेशनल एक्शन प्लान’ पर ध्यान देने को कहा है. इसमें कहा गया है कि देश में कुछ जगहों पर टेंपरेचर पहले ही हाई लेवल पर पहुंच गया है. ऐसे में गर्मी से होने वाली बीमारियां भी अब बढ़ने लगेंगी. इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने सभी राज्यों को पहले ही सचेत कर दिया है.
इस पत्र में कहा गया है कि 1 मार्च, 2023 से सभी राज्यों और जिलों में जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (NPCCHH) के तहत गर्मी से संबंधित बीमारियों पर दैनिक निगरानी एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (IHIP) पर आयोजित की जाएगी.
Union Health Secretary Rajesh Bhushan writes to Chief Secretaries & Administrators of all States/Union Territories regarding daily surveillance on heat-related illnesses that will be done in all states & districts from 1st March 2023. pic.twitter.com/6DqM1m4YMP
— ANI (@ANI) February 28, 2023
NPCCHH, NCDC, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से राज्यों को भेजे गए इस पत्र में हीट वेव के पूर्वानुमान का संकेत दिया गया है. सभी राज्यों में जिला और शहर के स्वास्थ्य विभाग को गर्मी से संबंधित स्वास्थ्य कार्य योजनाओं को फिर से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही राज्य के स्वास्थ्य विभागों को चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को गर्मी से होने वाली बीमारी, इसकी शीघ्र पहचान और प्रबंधन के प्रति संवेदनशील बनाने और क्षमता निर्माण के प्रयास जारी रखने के लिए कहा गया है.
स्वास्थ्य विभाग के लिए जारी निर्देश
स्वास्थ्य विभाग को सभी आवश्यक दवाओं, इंट्रावेनस फ्लूड, आइस पैक, ओआरएस और सभी जरूरी चीजों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिए निर्देश दिए गए हैं. स्वास्थ्य सुविधा तैयारियों की समीक्षा की जानी चाहिए. सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता के लिए भी कहा गया है.
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