Amit Shah in Chhattisgarh: केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता अमित शाह ने सोमवार (7 अक्टूबर 2024) को नक्लसवाद प्रभावित राज्यों के सीएम के साथ एक बैठक की. इसमें उन्होंने उग्रवाद को लेकर बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि मार्च 2026 तक उग्रवाद पूरी तरह समाप्त हो जाएगा. उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की  भी तारीफ की.


अमित शाह ने उग्रवाद में शामिल होने वाले युवाओं से आग्रह किया और कहा कि वे आगे आएं और मेन स्ट्रीम में शामिल हों. उन्होंने बताया कि हमने जॉइंट टास्क फोर्स का गठन तो किया है, लेकिन इसकी हेरारकी पर भी काम करना होगा. नक्सलवाद, उग्रवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमारी सरकार ने इसके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं.


'2026 तक खत्म करना है नक्सलवाद'


अमित शाह ने कहा कि हमें नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन की दिशा में काम करना चाहिए. हमें अप्रैल, 2026 में देश की जनता की सामूहिक ताकत के जरिए देश को ये बताना है कि राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने मिलकर नक्सलवाद की समस्या को पूर्णतया समाप्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि उसके बाद विकास के रास्ते में कोई बाधा नहीं आएगी, कभी भी मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं होगा और आईडियोलॉजी के नाम पर हिंसा भी नहीं होगी.


2019 से लेकर अब तक क्या क्या हुआ काम?


अमित शाह ने कहा कि सुरक्षा वैक्यूम को भरने के लिए 2019 से अब तक हमने 280 नए कैंप बनाए हैं, 15 नए जॉइंट टास्क फोर्स बनाए हैं और अलग-अलग राज्यों में राज्य पुलिस की सहायता के लिए CRPF की 6 बटालियन भेजी हैं. इसके साथ ही NIA को भी सक्रिय कर नक्सलियों के वित्तपोषण को रोकने की एक ऑफेंसिव रणनीति अपनाई है जिसके कारण उनके पास आर्थिक संसाधनों की कमी हो गई है. गृह मंत्री ने कहा कि कई दिनों तक चलने वाले अनेक ऑपरेशन चलाए गए जिससे नक्सली घिर जाते हैं और उन्हें भागने का मौका नहीं मिलता है.


'नक्सल प्रभावित एरिया में कर रहे विकास'


उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार ने सभी नक्सल और उग्रवाद प्रभावित जिलों में विकास की योजनाओं का विस्तार किया है. ट्राइबल और पिछड़े इलाकों में विकास को रोकने के लिए सबसे बड़ी बाधा नक्सली ही हैं. नक्सल प्रभावित राज्यों में कानून का राज करना और गैर कानूनी गतिविधियों को खत्म करना हमारा लक्ष्य है. उग्रवाद प्रभावित इलाकों में अबतक जो क्षति हुई है उस विकास के काम को बहुत तेजी से पूरी करना है.


'वामपंथी उग्रवाद से लड़ाई अंतिम चरण में' 


अमित शाह ने कहा कि पहली बार वामपंथी घटना से 100 से कम जीवन की क्षति हुई है. वामपंथी उग्रवाद से लड़ाई अंतिम चरण में है और मार्च 2026 तक वामपंथी उग्रवाद से हम पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे. उग्रवाद की 85% समस्या पूरे देश में सिमट कर सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही रह गई है. छत्तीसगढ़ में जनवरी से लेकर अबतक 194 मारे गए, 801 ने हथियार छोड़े 742 ने सरेंडर किया. मैं इन लोगों से फीर अपील करता हूं कि हथियार छोड़िए और मुख्यधारा से जुड़िए. इन लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है.


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