Amit Shah Meeting: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार (17 जून) को नई दिल्ली में मणिपुर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए हाई लेवल बैठक की. इस बैठक में गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार मणिपुर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति पूरी तरह से तैयार हैं. अमित शाह ने मणिपुर में शांति और सौहार्द बहाल करने के लिए केन्द्रीय बलों की रणनीतिक तैनाती करने को कहा है. साथ ही कहा कि जरूरत पड़ने पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई जाएगी.
इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने राहत शिविरों की स्थिति की भी समीक्षा की और भोजन, पानी, दवाइयों और अन्य बुनियादी सुविधाओं की समुचित उपलब्धता के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. गृह मंत्री ने हिंसा करने वालों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. अमित शाह ने आगे कहा कि मणिपुर के मुख्य सचिव को विस्थापित लोगों के लिए उचित स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं सुनिश्चित करने और उनका पुनर्वास करने के निर्देश दिए हैं.
दोनों समुदायों से करेंगे बातचीत
केन्द्रीय गृह मंत्री ने मौजूदा जातीय संघर्ष को सुलझाने के लिए समन्वित नजरिए के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय जल्द से जल्द दोनों समूहों, मैतेई और कुकी से बात करेगी, ताकि दोनों समुदायों के बीच की खाई को पाटा जा सके. उन्होंने कहा कि भारत सरकार राज्य में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने में मणिपुर सरकार का सक्रिय रूप से समर्थन कर रही है.
जानिए बैठक में कौन-कौन लोग रहे शामिल?
बता दें कि, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, केंद्रीय गृह सचिव, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के निदेशक, थल सेनाध्यक्ष (नामित) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार, असम राइफल्स के महानिदेशक, मणिपुर के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और सेना और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें: राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से देंगे इस्तीफा, रायबरेली से रहेंगे सांसद