Amit Shah High-level Meeting: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की आहट और लगातार हो रही टारगेट किलिंग के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने एक अहम बैठक की. शाह ने सुरक्षा पर चर्चा के लिए तमाम बड़े अधिकारियों साथ उच्च स्तरीय बैठक की और तैयारियों का जायजा लिया. गृहमंत्री का ये दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि कुछ ही दिन पहले नए साल के मौके पर राजौरी में आतंकियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था.
आतंकी हमले के बाद अमित शाह का ये दौरा पहले से ही तय हो चुका था, जिसमें बताया गया था कि गृहमंत्री राजौरी हमले के पीड़ितों से मुलाकात करेंगे और सुरक्षा को लेकर अहम बैठक लेंगे. अमित शाह के दौरे से पहले पूरी घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए थे. अमित शाह सुबह राजौरी पहुंचे जहां से उन्हें डांगरी गांव के लिए रवाना होना था, हालांकि खराब मौसम के चलते वो यहां नहीं पहुंच पाए. शाह ने आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के सदस्यों से फोन पर बातचीत की.
पीड़ित परिवारों ने गृहमंत्री के सामने रखी मांग
गृहमंत्री अमित शाह ने राजौरी के अप्पर डांगरी में शहीद हुए लोगों के परिवार वालों से बात की. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए इन परिवार वालों ने कहा कि इन परिवारों ने अमित शाह के सामने सुरक्षा का मुद्दा उठाया है और मांग की है कि डांगरी समेत यहां के संवेदनशील इलाकों में सेना को तैनात कर दिया जाए जिसे अमित शाह ने मान लिया है. इसके साथ ही इन इलाकों में ग्राम सुरक्षा समितियों को सशक्त करने की मांग भी इन परिवारों ने उठाई है.
सुरक्षा की अगर बात करें तो शाह के दौरे से पहले पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के कर्मियों को तैनात किया गया था, जबकि भारतीय सेना के जवान ऊपरी इलाकों में तैनात हैं. अधिकारियों ने बताया था कि डांगरी गांव पर बारीक नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ पुलिस और सीएपीएफ अधिकारियों ने भी गुरुवार शाम क्षेत्र का दौरा किया था और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था.
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