Amit Shah Meets PM Modi: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के लिए पीएम आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पहुंचे. वहां पर उनकी यह मुलाकात कैबिनेट की बैठक से पहले काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. कश्मीर और सुरक्षा के मुद्दे पर यह बैठक हुई है.  इससे पहले, कल गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर के मुद्दे पर सुरक्षा एजेंसियों के साथ छह घंटे लम्बी बैठक की थी. तमाम एजेंसियों को छोटी से छोटे इनपुट पर तुरंत करवाई के निर्देश दिए थे.


कश्मीर में आतंकी हायब्रिड नीति और टारगेटेड किलिंग कर अल्पसंख्यक हिंदू और सिखों की हत्या कर रहे हैं. ये आतंकी कश्मीर में 90 के दशक के हालात फिर से बनाना चाहते हैं. आतंकियों की इस कायरना हरकत का जवाब देने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.


गृह मंत्री अमित शाह केबिनेट की बैठक से पहले प्रधानमंत्री को कश्मीर के हालात और उठाए गए कदमों की जानकारी देने पहुचे. माना जा रहा है कि कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां बड़े पैमाने पर जांच और आतंकियों के ख़िलाफ़ ऑपरेशन तेज करने जा रही है. आतंकी संगठन नए-नए नाम और छोटे -छोटे समूह में टारगेटेड किलिंग को अंजाम दे रहे हैं, इसलिए निचले स्तर पर सभी एजेंसियों को संदिग्धों को पहचान कर धर दबोचने के निर्देश दिए है.


सूत्रों के मुताबिक, शाह ने छोटी सी छोटी सूचना पर सतर्कता से कार्रवाई के निर्देश दिए. सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशक, महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक और महानिरीक्षक स्तर के चयनित फील्ड अधिकारी, केंद्रीय पुलिस बलों के प्रमुख, खुफिया एजेंसियां और पुलिस संगठन बंद कमरे में इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए.


गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया, सम्मेलन में विभिन्न आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया गया और उनसे मजबूती से निपटने के तरीकों पर चर्चा की गई. बैठक में देश में समग्र सुरक्षा स्थिति और कश्मीर में आम नागरिकों को निशाना बनाकर की गई हत्या की हालिया घटनाओं सहित कानून व्यवस्था के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. सूत्रों ने बताया कि बैठक में गृह मंत्री ने नक्सल प्रभावित विभिन्न राज्यों में माओवादियों (एलडब्ल्यूई) के मौजूदा परिदृश्य की भी समीक्षा की और देशभर में आतंकी मॉड्यूल के भंडाफोड़ पर चर्चा की. यह बैठक छह महीने में एक बार शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मुलाकात को लेकर गृह मंत्री द्वारा शुरू की गई कवायद का हिस्सा है.


इधर, जम्मू कश्मीर में 5 अक्टूबर को हुए दोनों हत्याकांड की जांच NIA करेगी. लाल बाजार में हुई केमिस्ट माखन लाल बिन्दरू और  भेलपुरी बेचने वाले वीरेंद्र पासवान के कत्ल की तफ्तीश NIA करेगी, बिन्दरू कश्मीरी पंडित है जबकि पासवान बिहार के मजदूर थे. जम्मू कश्मीर में 5 अक्टूबर को हुए दोनों हत्याकांड की जांच NIA करेगी. लाल बाजार में हुई केमिस्ट माखन लाल बिन्दरू और  भेलपुरी बेचने वाले वीरेंद्र के कत्ल की तफ्तीश NIA करेगी. बिन्दरू कश्मीर पंडित हैं जबकि पासवान  बिहार के मजदूर थे. 


 


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