Bangladesh Lodges Protest Against Amit Shah Remarks: शेख हसीना के तख्तापलट और भारत में उनके शरण लेने के बाद से भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में आई खटास और बढ़ती जा रही है. अब इस मामले में नया विवाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान के बाद जुड़ गया है. बांग्लादेश सरकार ने सोमवार (23 सितंबर) को झारखंड में बांग्लादेशी नागरिकों के बारे में अमित शाह की हालिया टिप्पणियों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया और इन टिप्पणियों को बेहद निंदनीय बताया.


बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में भारत के उप-उच्चायुक्त को विरोध पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने अपनी गंभीर आपत्ति, गहरी चोट और अत्यधिक नाराजगी व्यक्त की. ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, बांग्लादेश सरकार ने नई दिल्ली यानी भारत सरकार से अपने राजनीतिक नेताओं को इस तरह के आपत्तिजनक और अस्वीकार्य बयान देने से सावधान करने का आग्रह किया.


आपत्ति वाले लेटर में बांग्लादेश ने क्या कहा


ढाका में भारत के उप-उच्चायुक्त को सौंपे गए विरोध पत्र में कहा गया है कि मंत्रालय ने अपनी गंभीर आपत्ति, गहरी चोट और अत्यधिक नाराजगी व्यक्त की और भारत सरकार से राजनीतिक नेताओं को इस तरह के आपत्तिजनक और अस्वीकार्य बयान देने से बचने की सलाह देने का आह्वान किया. बांग्लादेशी विधेस मंत्रालय ने इस बात पर भी जोर दिया कि पड़ोसी देश के नागरिकों के खिलाफ जिम्मेदार पदों से आने वाली ऐसी टिप्पणियां दो मित्र देशों के बीच आपसी सम्मान और समझ की भावना को कमजोर करती हैं, इसलिए इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए।


झारखंड में क्या कहा था अमित शाह ने?


दरअसल, पिछले सप्ताह झारखंड की अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर झारखंड में लोग भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सत्ता में लाते हैं तो भाजपा यहां रह रहे हर बांग्लादेशी घुसपैठिए को उल्टा लटकाकर सबक सिखाएगी.


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