नई दिल्ली: देश के 10 राज्यों में एटीएम में नकदी की कमी की समस्या अब तक दूर नहीं हुई है. हालांकि सरकारी सूत्र दावा कर रहे हैं कि हालात काफी बेहतर हो गए हैं, लेकिन एटीएम पर पैसे निकालने पहुंच रहे लोगों को अब भी दिक्कत हो रही है. इस बीच नासिक में प्रेस वर्कर्स फेडरेशन के अध्यक्ष जगदीश गोडशे ने बड़ा दावा किया है.
गोडशे के मुताबिक नासिक की करेंसी प्रेस में स्याही की कमी के चलते 200 और 500 के नये नोटों की छपाई नहीं हो पा रही है. ये राष्ट्रीय स्तर में नोटों की कमी की एक बड़ी वजह है. लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि नोटों की छपाई कब से बंद है. इस पर अभी तक सरकार या आईबीआई की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
दरभंगा में कैश की किल्लत से इजाल में परेशानी
बिहार के दरभंगा में एटीएम में पैसों की कमी एक बड़ी परेशानी का सबब बन गई है. दरभंगा मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों को पैसों की भारी किल्लत के कारण इलाज के लिए काफी मुश्किलों सामना कर रहा है. मेडिकल कॉलेज के आसपास सिर्फ एचडीएफसी बैंक के एटीएम में पैसा है लेकिन वहां भी लोगों की लंबी कतार देखी गई. सबसे ज्यादा दिक्कत उन मरीजों को है जो अकेले इलाज करवाने आए हैं.
देवास में तीन शिफ्ट में काम शुरू
देवास में नोटों की प्रिटिंग प्रेस में तीन शिफ्ट मे नोटों की छपाई हो रही है. सरकार का कहना है कि वो जल्द ही मार्केट में पांच सौ के ज्यादा नोट सप्लाई करेगी. उधर उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और चुनाव की तैयारी में जुटे कर्नाटक के कई शहरों में एटीएम में नकदी नहीं मिल रही है. इसके साथ ही कई जगहों से एटीएम खराब होने की भी खबरें आईं.
सरकार का दावा स्थिति में सुधार हो रहा है
सरकार ने अपनी ओर से दावा किया कि स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है और देश भर के 2.2 लाख एटीएम में से 80 प्रतिशत बुधवार को सामान्य रूप से काम करने लगे. दावे के अनुसार मंगलवार को महज 60 प्रतिशत एटीएम सही से काम कर रहे थे. सबसे बड़े बैंक SBI ने कहा है कि उसके एटीएम में नकदी की स्थिति में सुधार हुआ है.
बैंक के अधिकारियों के साथ वित्त मंत्रालय की वीडियो कांफ्रेंसिंग
वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने सार्वजनिक बैंक के अधिकारियों के साथ बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस किया और उन्हें एटीएम में 500 रुपये के नोट भरने का निर्देश दिया. सार्वजनिक बैंकों को कहा गया कि एक दिन के भीतर 80 प्रतिशत एटीएम से नकदी निकलना सुनिश्चित हो और सभी शाखाओं में नकदी की आपूर्ति तेज हो.