'जिन्होंने हमेशा अंबेडकर का अपमान किया, वे भ्रम फैला रहे', कांग्रेस पर बरसे अमित शाह
Union Minister Amit Shah Live: मल्लिकार्जुन खरगे ने अमित शाह पर बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और मांग की कि पीएम मोदी को बचाव करने के बजाय उन्हें बर्खास्त करना चाहिए.
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से संसद में संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है. कांग्रेस, टीएमसी, सपा, बसपा, आप और शिवसेना (उद्धव गुट) समेत तमाम विपक्षी दलों ने अमित शाह पर अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन आरोपों पर पलटवार किया. अमित शाह ने कहा, कांग्रेस तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है.
अमित शाह ने कहा, ये तो स्वाभाविक है कि जब लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष-विपक्ष होते हैं, तो हर मुद्दे पर लोगों का, दलों का और वक्ताओं का नजरिया अलग-अलग होता है. मगर संसद जैसे देश के सर्वोच्च लोकतांत्रिक फोरम में जब चर्चा होती है, तब इसमें एक बात कॉमन होती है कि बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए.
अमित शाह ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया. लेकिन कल से कांग्रेस ने जिस तरह से तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश किया. उसकी मैं निंदा करता हूं. कांग्रेस पार्टी संविधान विरोधी पार्टी है. कांग्रेस पार्टी ने हमेश न्याय पालिका का अपमान किया. देश में आपातकाल लगाया. कल जब सब साफ हो गया तो वही पुराने तरीका से झूठ फैलाने का काम शुरू कर दिया.
खरगे ने मांगा अमित शाह का इस्तीफा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार (18 दिसंबर 2024) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनका बचाव करने के बजाय आज रात 12 बजे तक मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री को बाबासाहेब के प्रति श्रद्धा है तो उन्हें यह कदम उठाना चाहिए. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अमित शाह ने जो बात कही वह निंदनीय है. यह देश का दुर्भाग्य है कि एक दलित नायक, जो सबके लिए पूजनीय है, के बारे में इस तरह की टिप्पणी की गई है."
खरगे ने गृह मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अमित शाह की गलती नहीं है क्योंकि जिस स्कूल में पढ़े हैं वहां यही पढ़ाया जाता है. कांग्रेस प्रमुख का कहना था कि प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री का बचाव करने के लिए एक्स पर छह पोस्ट किये. उन्होंने कहा कि बाबासाहेब के बारे में गलत बोलने पर शाह को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए था.
उन्होंने कहा, ‘‘अमित शाह जी ने कल सदन (राज्यसभा) में जब बाबासाहेब आंबेडकर जी का नाम लेकर बयान दिया, तब मैंने हाथ उठाकर बोलने की इजाजत मांगी थी. लेकिन मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया. उस समय हम सब सहयोग की भावना से चुपचाप बैठे रहे, क्योंकि हम संविधान पर चर्चा कर रहे थे.’’
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के अनुसार, गृह मंत्री ने जिस तरह से बाबासाहेब का अपमान किया, उसे लेकर पूरे विपक्ष ने विरोध जताया है. खरगे ने आरोप लगाया कि अमित शाह और भाजपा के लोगों के दिमाग में जो ‘मनुस्मृति’ और आरएसएस की विचारधारा है, वह दर्शाती है कि वे बाबासाहेब के संविधान का आदर नहीं करते. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खरगे ने कहा, "हम शाह की टिप्पणी का पुरजोर विरोध करते हैं. बाबासाहेब का अपमान देश और देशवासी सहन नहीं करेंगे." उन्होंने कहा, "अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें और अपने पद से इस्तीफा दें."
गृह मंत्री अमित शाह ने अंबेडकर को लेकर क्या कहा था?
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया.मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं , "अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता."
'कांग्रेस ने बाबासाहेब को हाशिये पर धकेलने का काम किया'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है. संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था. बाबा साहेब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कांग्रेस ने उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया."
बीजेपी ने बाबसाहेब के स्मारक बनवाए- अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "जब तक कांग्रेस सत्ता में रही बाबा साहेब अंबेडकर का कोई स्मारक नहीं बना. जहां-जहां विपक्ष की सरकारें आती गईं, स्मारक बनते गए. बीजेपी की सरकारों ने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने बाबा साहेब के जीवन से संबंधित पंचतीर्थ का विकास किया, मध्य प्रदेश में महू, लंदन में बाब साहेब के स्मारक, नागपुर में दीक्षाभूमि, दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक और महाराष्ट्र के मुंबई में चैत्यभूमि का विकास करने का काम बीजेपी की सरकारों ने किया."
'कांग्रेस चाहती थी कि बाबासाहेब को न मिले भारत रत्न'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "जहां तक भारत रत्न देने का सवाल है, कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद ही अपने आप को भारत रत्न दिए हैं. 1955 में नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, लेकिन बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और बीजेपी के समर्थन वाली सरकार थी. 1990 तक कांग्रेस बाबा साहेब को भारत रत्न न मिले, इसके लिए प्रयास करती रही. यहां तक कि बाबा साहेब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी गई."
'कांग्रेस पार्टी ने हमेशा न्याय पालिका का अपमान किया'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "जब जनता का रिएक्शन आता है तो स्थिति अलग होती है. कांग्रेस पार्टी ने हमेशा न्याय पालिका का अपमान किया. देश में आपातकाल लगाया."
'मेरे कारण अरविंद केजरीवाल संविधान की बात करने लगे'
अमित शाह ने कहा, मेरे कारण अरविंद केजरीवाल संविधान और बाबा साहेब का सम्मान करने लगे वहीं बहुत बात है. खरगे जी को आत्म मंथन करने की जरूरत है. मैं सपने में भी बाबासाहेब का अपमान नहीं कर सकता.