नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. इस बार उन्होंने पत्रकारों को निशाना बनाते हुए उन्हें अर्बन नक्सली तक करार दिया. हेगड़े ने कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसि में कहा कि पत्रकार नेताओं और देश की छवि खराब करते हैं.
केंद्रीय कौशल विकास मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कहा, ''मैं आपको बताऊंगा कि चैनल पर क्या चलेगा. जो लोग (पत्रकार) यहां बैठे हैं वे खबर को नहीं बदलते हैं लेकिन जो ऊपर अर्बन नक्सली हैं वो बदल देते हैं. ऊपर जो लोग बैठे हैं वो लोग ऐसा काम करते हैं. खबरों को बदल दिया जाता है. वे लोग जानते हैं कि कैसे खबर चलाना है. वे अर्बन नक्सली (शहरी नक्सली) नेताओं और देश की छवि बिगाड़ने के लिए लिखते हैं. यह उनकी साजिश की वजह से हमारे देश में हो रही है.''
अनंत हेगड़े अपने विवादित बयानों की वजह से अकसर चर्चा में रहते हैं. उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि एक शख्स जो हिन्दू लड़कियों को छुए, उसके हाथ बचने नहीं चाहिए. बीजेपी नेता हेगड़े ने कहा था, ''शाहजहां ने अपनी जीवनी में कहा है कि उन्होंने यह जमीन राजा जयसिम्हा से खरीदी थी. एक शिव मंदिर है, जिसे राजा परमतीर्थ ने बनवाया था, जिसका नाम तेजो महालया था. तेजो महालया का नाम बदलकर ताजमहल कर दिया गया. अगर हम सोते रहे तो हमारे ज्यादात्तर घरों के नाम मंजिल हो जाएंगे. भविष्य में भगवान राम को जहांपनाह और सीता को बीबी के नाम से बुलाया जाएगा.''
उनके इस बयान की खूब आलोचना हुई थी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि यह व्यक्ति (हेगड़े) हर भारतीय के लिए शर्मिंदगी का विषय है. वह केंद्रीय मंत्री पद के लिए योग्य नहीं है और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए.
उन्होंने दिसंबर 2017 में कहा था कि जो लोग खुद को धर्मनरपेक्ष कहते हैं, वे नहीं जानते कि उनका खून क्या है. हां, संविधान यह अधिकार देता है कि हम खुद को धर्मनिरपेक्ष कहें, लेकिन संविधान में कई बार संशोधन हो चुके हैं, हम भी उसमें संशोधन करेंगे, हम सत्ता में इसलिए ही आए हैं.