नई दिल्ली: मानसून सत्र को लेकर लगातार लगाए जा रहे कयासों के बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने साफ किया है कि मानसून सेशन होगा और 23 सितंबर से पहले होगा. एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि एक सत्र से दूसरे सत्र के बीच 6 माह से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए. बजट सत्र 23 मार्च को समाप्त किया गया था और 23 सितंबर को 6 माह पूरे हो रहे हैं. इसलिए ये तय है कि 23 सितम्बर से पहले ही मानसून सत्र का आयोजन होगा. ये अलग बात है कि सत्र कहा और कैसे होगा?


मेघवाल ने कहा कि कोरोना जैसी गंभीर महामारी की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मानसून सत्र आयोजित किया जाएगा. इसको लेकर सभी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति सभी विषयों पर आकलन कर रहे हैं. लेकिन इतना कह सकता हूं कि सत्र होगा 23 सितंबर से पहले होगा.


गौरतलब है कि पिछला बजट सत्र 31 जनवरी से 3 अप्रैल 2020 तक निर्धारित किया गया था. लेकिन करोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 23 मार्च 2020 को ही बजट सत्र समाप्त कर दिया गया था. जिसके बाद से देश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में संसद के मानसून सत्र के आयोजन पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. 545 सांसदों वाली लोकसभा आखिर कैसे चलेगी इस पर मंथन चल रहा है.


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