Asaduddin Owaisi: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के उस बयान पर पलटवार किया हैं, जिसमें ओवैसी ने सवाल उठाया था कि मोदी सरकार वक्फ बोर्ड में गैर-मुसलमानों को शामिल क्यों करना चाहती है, जबकि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में हिंदू कर्मचारी रखने की बात कही जा रही है.
बंडी संजय कुमार ने इसे ओवैसी के "वास्तविक रंग" के उजागर होने का पल बताया और कहा कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम कलियुग के देवता भगवान वेंकटेश्वर का पवित्र स्थल है, जबकि वक्फ बोर्ड भूमि प्रबंधन से जुड़ा संगठन मात्र है.
ओवैसी पर साधा निशाना
बंडी संजय कुमार ने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा, "ओवैसी जी, क्या आपको शर्म नहीं आती कि आप टीटीडी और वक्फ बोर्ड की भूमि की तुलना करते हैं?" उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की भूमि का उपयोग गरीब मुस्लिमों के लिए करना है, और इसी को लेकर वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक लाया गया है.
'टीटीडी करती है गरीबों की सहायता'
बंडी संजय कुमार ने आगे कहा, "टीटीडी अपने दान से गरीबों की सहायता करता है और धार्मिक संस्थानों का समर्थन करता है, जबकि वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर कब्जा करके ओवैसी भाइयों ने कॉलेज और अस्पताल बनाकर करोड़ों की कमाई की." उन्होंने आरोप लगाया कि ओवैसी अल्लाह के नाम पर संपत्तियाँ हड़प कर लाभ कमा रहे हैं.
'ओवैसी परिवार वक्फ संपत्ति पर कब्जा करके करोड़ों कमा रहा है'
पुरानी बस्ती के निवासियों को संबोधित करते हुए बंडी संजय कुमार ने कहा, "मेरे मुस्लिम भाइयों, दशकों से आपने AIMIM को वोट दिया, फिर भी पुरानी बस्ती की हालत क्यों नहीं बदली? वह सैबराबाद की तरह विकसित क्यों नहीं हो पाई? मेट्रो जैसी सुविधाएं अब तक वहां क्यों नहीं पहुंचीं?: उन्होंने कहा कि AIMIM को वोट देने वाले मुस्लिम समाज के लोग अब भी बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि ओवैसी परिवार वक्फ संपत्ति पर कब्जा करके करोड़ों कमा रहा है.
AIMIM और बीआरएस के संबंधों पर प्रतिक्रिया देते हुए बंडी संजय कुमार ने कहा, "तेलंगाना की जनता को भावनात्मक मुद्दों पर भड़काकर सत्ता में आए बीआरएस ने AIMIM के साथ दस साल तक गठबंधन बनाए रखा और अब कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने का प्रयास कर रहा है." बंडी संजय कुमार ने कांग्रेस, बीआरएस, और AIMIM कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि वे देश और धर्म के लिए अपने प्रयासों को लगाएं और अवसरवादी राजनीती में पड़कर अपना जीवन नष्ट ना करें.