जयपुर: राजस्थान सियासी संकट के बीच बीजेपी और कांग्रेस में खींचातानी जारी है. आज सुबह कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 2 वीडियो टेप जारी किए थे. इसमें बीजेपी नेता संजय जैन और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत की आवाज़ बताई गई थी. टेप में कांग्रेस विधायकों को प्रलोभन देने की बात की जा रही थी. इसके बाद जयपुर पुलिस ने संजय जैन को हिरासत में ले लिया और गजेंद्र शेखावत के खिलाफ FIR दर्ज की. अब गजेंद्र शेखावत ने मामले पर सफाई दी है.
किसी भी जांच के लिए तैयार हूं- गजेंद्र शेखावत
मामले पर सफाई देते हुए गजेंद्र शेखावत ने टेप कांड में शामिल होने की बात को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि टेप में मेरी आवाज़ नहीं है. मैं मारवाड़ी हूं और टेप में बीकानेरी आवाज़ है. पुलिस बुलाएगी तो पूछताछ के लिए जाऊंगा. कांग्रेस मेरी आवाज़ साबित करे. मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं.
गजेंद्र शेखावत के खिलाफ षडयंत्र रच रही है कांग्रेस- बीजेपी
टेप कांड को लेकर आरापों पर बीजेपी ने कांग्रेस पर पटलवार किया. बीजेपी ने कहा कि ये गजेंद्र शेखावत के खिलाफ षडयंत्र है. कांग्रेस अंदरूनी लड़ाई से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है. ऑडियो टेप की जांच होनी चाहिए. सरकार बनने के पहले दिन से ही सचिन पायलट और अशोक गहलोत के गुट में विवाद था, दोनों के समर्थक शुरुआत से सड़क पर थे. घर की लड़ाई अब कोर्ट तक पहुंच गई है. कांग्रेस बीजेपी पर गलत आरोप लगा रही है.
आज सुबह कांग्रेस ने की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आज फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर कई संगीन आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कल 2 ऑडियो टेप सामने आए हैं. कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा और बीजेपी नेता संजय जैन की बातचीत सामने आई है. भंवर बोल रहे हैं कि अमाउंट की बात हो गई है. संजय जैन बोल रहे हैं कि साहब को बता दिया है.
वहीं, दूसरे ऑडियो टेप में कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत की आवाज़ होने का आरोप लगाया. सुरजेवाला ने कहा कि दूसरे ऑडियो में केंद्रीय गजेंद्र शेखावत की आवाज़ है. इस ऑडियो में भी पैसों को लेकर बातचीत हो रही है. गजेंद्र शेखावत के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
कांग्रेस ने विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा की सदस्यता निलंबित की
कांग्रेस ने इससे पहले मामले पर कार्रवाई करते हुए विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा की सदस्यता निलंबित कर दी है. बता दें कि विश्वेंद्र सिंह गहलोत सराकर में मंत्री थे. हालांकि, मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भंवर लाल शर्मा ने भी ऑडियो टेप को फर्जी बताया है.
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