कोरोना के कहर के बीच केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दी अजीब राय, जानें क्या बोले?
देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है. वहीं अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत लोगों को अजीब राय दे रहे हैं. उन्होने लोगों से कहा कि बाला जी को एक नारियल चढ़ा दें तो सब ठीक हो जाएगा.
देशभर में कोरोना का कहर जारी है. आक्सीजन की कमी से चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन देश के एक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत लोगों को अजीब राय दे रहे है. शेखावत जोधपुर से सांसद है और सोमवार को उन्होंने अपने संसदीय इलाके के सरकारी अस्पतालों का दौरा किया.
इस दौरान कुछ परेशान परिजन जब केन्द्रीय मंत्री शेखावत के पास मदद की उम्मीद लेकर आए तो मंत्री जी ने उन्हें सलाह दी कि डॉक्टर अपना काम कर रहे हैं, वो तो बाला जी (हनुमान जी) को एक गोटा (नारियल) चढ़ा दें, बाला जी सब ठीक करेंगे.
मैंने 50 लाख रुपए का फंड दिया है और भी मदद करूंगा- शेखावत
मंत्री जी की इस अजीब सलाह को सुनकर वहां पर मौजूद हर कोई हैरान हो गया. लोग सोचने लगे कि अब कहीं मंत्री जी ये कहने की कोशिश तो नहीं कर रहे कि अब तो पूरा 'सिस्टम' ही भगवान भरोसे चल रहा है. इसलिए उन्हें ही खुश करने की सलाह मंत्री शेखावत दे रहे हैं. हालांकि, बाद में शेखावत ने कोरोना को लेकर अस्पतालों के चिकित्सकों के साथ चर्चा भी की.
इस दौरान शेखावत ने सभी अधिकारियों के सामने कहा कि मैंने 50 लाख रुपए का फंड दिया है और भी मदद और जो सामान चाहिए आप मुझे बताइए वह मैं आप लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करूंगा. कोई भी व्यक्ति ऑक्सीजन और दवाई के बगैर नहीं रहना चाहिए. बता दें, शेखावत की बालाजी को नारियल चढ़ाने की ये सलाह लोगों के बीच चर्चा का मुद्दा बनी हुई है.
गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से यह स्पष्टीकरण दिया गया है
हालांकि, जब नारियल वाली उनकी बात ने तूल पकड़ी तो उन्हें खुद इस पर सफाई देनी पड़ी. केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावट ने कहा, “डॉक्टर अपना काम कर रहे हैं और बालाजी महाराज को आप नारियल चढ़ा देना, भगवान सब ठीक करेंगे" कहना किस नजरिए से गलत है? विरोधी मुझे समझाएं. “अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन को ढाढ़स बंधाना किस मानसिकता से गलत है, यह स्पष्ट किया जाए. एक परेशान माताजी को दवा और दुआं दोनों पर भरोसा दिलाना मेरे कर्तव्य के दायरे में आता है और वही मैंने निभाया. मैं अस्पतालों की व्यवस्था जांचने ही गया था और सब देखने के बाद ही कहा कि डॉक्टर अपना काम कर रहे हैं. मैं बता दूं कि मुझे वहां दिन - रात ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे इलाज पर कोई संदेह नहीं है. निश्चित रूप से वे अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह निभा रहे हैं”
उन्होंने आगे कहा, “लेकिन मरीज और उसके परिवारवालों को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखना भी जरूरी होता है, मैंने जो कहा सामाजिक व्यवहार में वह बहुत सामान्य बात है. हम परेशान लोगों से आम बोलचाल में यही कहते हैं. वहां मैं कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं कर रहा था. मैं उन परेशान माताजी को संबल दे रहा था कि डॉक्टर सही इलाज कर रहे हैं आप भरोसा रखिए और साथ ही साथ भगवान पर भी भरोसा रखिए। भगवान बालाजी पर आस्था रखने की बात कहना, बुराई है क्या? राजस्थान ही नहीं देश और दुनिया में करोड़ों लोग बालाजी महाराज के भक्त हैं, अगर मैंने कह दिया कि नारियल चढ़ा दीजिएगा, तो क्या इससे मैं निष्क्रिय और लापरवाह साबित होता हूं हम मनोकामनाओं के लिए मंदिर जाते ही हैं. सामान्य स्थिति में भी अपने घरवालों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए नारियल चढ़ाते ही है.”