Giriraj Singh: 'अगर आजादी के वक्त गैर-हिंदू पाकिस्तान चले जाते तो...', बदरुद्दीन अजमल के बयान पर भड़के गिरिराज सिंह
Badruddin Ajmal News: असम के मुस्लिम नेता और AIUDF के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल के एक विवादित बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है. अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस पर पलटवार किया है.
Giriraj Singh News: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सनातन धर्म की वकालत करते हुए बदरुद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) के विवादित बयान को लेकर भड़क गए हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बदरुद्दीन और ओवैसी जैसे लोग हमें नसीहत ना दें. सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है और इसी का प्रतीक है कि हमारे पूर्वज राजा सागर के साठ हजार पुत्र थे. हमारे पूर्वजों ने परिवार की बच्ची के साथ न शादी की और न ये किया.
असम के मुस्लिम नेता बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि पूर्व में हिंदू गैरकानूनी तरीके से कई पत्नियां रखते थे. उन्होंने असम में एक कार्यक्रम में कहा था कि वो (हिंदू) 40 साल से पहले गैरकानूनी तरीके से 2-3 बीवियां रखते हैं. 40 साल के बाद उनमें बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है. उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए. बदरुद्दीन अजमल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अध्यक्ष हैं.
गिरिराज सिंह ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर आजादी के वक्त ही सारे लोग जो गैर-हिंदू हैं वो पाकिस्तान चले जाते और यहां सनातन को मानने वाले ही रह जाते, तो आज बदरुद्दीन और ओवैसी जैसे लोग हमें गाली नहीं देते. उन्होंने कहा कि तुम्हारी जुबान चीन पर नहीं खुल रही है जहां चीन वन चाइल्ड पॉलिसी लाया और मुसलमानों को भी चीन में ये फरमान मानना पड़ा. भारत में जनसंख्या नियंत्रण पर हमें नसीहत दे रहे हो. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह चार दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में हैं और ये बातें उन्होंने शनिवार (3 दिसंबर) को गायत्री यज्ञ के शुभारंभ के अवसर पर कही हैं. केंद्रीय मंत्री
राहुल गांधी पर साधा निशाना
गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि वह पहले सनातन धर्म की संस्कृति को समझें. हम तो दुर्गा, काली, सीता सहित सभी देवी देवताओं की एक समान पूजा करते हैं और उन्हें माता का स्वरूप मानते हैं. दरअसल राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा था कि आरएसएस में सिर्फ श्रीराम बोला जाता है, सियाराम जैसे शब्द आरएसएस और बीजेपी वालों के मुंह से नहीं निकलते क्योंकि बीजेपी (BJP) में महिलाओं का सम्मान नहीं है.
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