नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और कांग्रेस सांसद शशि थरूर की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. अब शशि थरूर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए गिरिराज पर तंज कसा है. ये संसद भवन के बाहर की तस्वीर है, जिसमें गिरिराज शशि थरूर के कान में कुछ फुसफुसाते हुए दिख रहे हैं.


इस तस्वीर को शेयर करते हुए शशि थरूर ने ट्वविटर पर लिखा, "जब मैंने गिरिराज सिंह को बताया कि पशुपालन मंत्रालय में मत्स्य पालन विभाग मत्स्य पालन मंत्रालय के समान नहीं है. कांग्रेस और राहुल गांधी एकदम सही कह रहे हैं."





दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पुद्दुचेरी के अपने हालिया दौरे में मत्स्य पालन के लिए समर्पित मंत्रालय की मांग उठाई थी. उन्होंने कहा था, 'प्रधानमंत्री जी, मछुआरों के लिए एक स्वतंत्र और समर्पित मत्स्य मंत्रालय की जरूरत है, न कि किसी मंत्रालय में कोई एक विभाग की.' राहुल गांधी के इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित बीजेपी के कई नेताओं ने तंज किया था और यह ध्यान दिलाया था कि मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय पहले से है.


गिरिराज सिंह ने भी राहुल गांधी के बयान पर जताई थी आपत्ति
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के मत्स्य मंत्रालय बनाये जाने की मांग से जुड़े बयान पर मंगलवार को उन्हें आड़े हाथ लेते हुए सवाल किया था. लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान गिरिराज सिंह ने उनके मंत्रालय से संबंधित सुनीता दुग्गल के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, 'कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दो फरवरी को इसी मंत्रालय से प्रश्न किया था लेकिन पुद्दुचेरी में जाकर क्या उनकी यादाश्त खो गई?'


उन्होंने कहा कि वह (राहुल गांधी) मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय की बात कर रहे हैं लेकिन उन्होंने प्रश्न इसी मंत्रालय से पूछा था. सिंह ने कहा, 'मैं संवैधानिक प्रश्न खड़ा करना चाहता हूं कि वह प्रश्न किसका था?' उन्होंने कहा कि मत्स्य, पशुपालन, डेयरी मंत्रालय पहले से ही मौजूद है.


बता दें, 2 फरवरी को लोकसभा में राहुल गांधी के प्रश्न के लिखित उत्तर में गिरिराज सिंह के कनिष्ठ मंत्री प्रताप सारंगी ने कहा था कि मत्स्य क्षेत्र की आधारभूत संरचना से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिये 2018-19 के दौरान मत्स्य विभाग तथा मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय सृजित किया गया गया था. इसमें मत्स्य व मत्स्य पालन आधारभूत ढांचा विकास कोष (एफआईडीएफ) के तहत 7522.48 करोड़ रूपये का कोष रखा गया था.


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