Nirmala Sitharaman On Barack Obama: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा पर उनके भारत के मुसलमानों की सुरक्षा पर दिए गए बयान को लेकर निशाना साधा. उन्होंने रविवार (25 जून) को कहा कि मैं उनकी टिप्पणी से हैरान थी. जब पीएम मोदी (PM Modi) अमेरिका की यात्रा कर कर रहे थे तब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति भारतीय मुसलमानों के बारे में बोल रहे थे.
निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि ये वो पूर्व राष्ट्रपति हैं जिनके शासन में छह मुस्लिम-बहुल देशों पर 26,000 से ज्यादा बार बमबारी की गई थी. लोग उनके आरोपों पर कैसे भरोसा करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं सावधानी से बोल रही हूं, हम अमेरिका के साथ अच्छी दोस्ती चाहते हैं, लेकिन वहां से भारत की धार्मिक सहिष्णुता पर टिप्पणियां आती हैं.
"मुस्लिम बहुसंख्यक देशों ने पीएम को सम्मानित किया"
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम ने खुद अमेरिका में कहा है कि उनकी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' सिद्धांत पर काम करती है और किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव नहीं करती है. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें जो 13 सर्वाच्च राजकीय पुरस्कार दिए गए हैं उनमें से छह पुरस्कार उन देशों की ओर से दिए गए हैं जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं.
बता दें कि, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने रविवार को पीएम मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया. ये मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है. पिछले नौ साल के कार्यकाल में पीएम मोदी को कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले. ये 13वां ऐसा सर्वोच्च राजकीय सम्मान है जो दुनिया भर के विभिन्न देशों ने पीएम मोदी को दिया है.
निर्मला सीतारमण ने और क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अमेरिका में संयुक्त सत्र को संबोधित करने का अवसर बहुत कम लोगों को मिला है और प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका के दोनों दलों ने आमंत्रित किया था. प्रधानमंत्री के इस दौरे के दौरान रक्षा उत्पादन और रोजगार के विषय पर कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं. अमेरिकी यात्रा के दौरान पीएम मोदी के साथ योग करने के लिए लगभग 135 देशों के लोग संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के लॉन में एकत्र हुए. ये जानकर बहुत अच्छा लगा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में योग को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाया जा रहा है.
"पीएम मोदी का अमेरिका दौरा ऐतिहासिक रहा"
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का अमेरिका दौरा ऐतिहासिक रहा है. मुझे यह कहते हुए बेहद खुशी हो रही है कि यह एक ऐसी यात्रा थी जहां भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों ने अपनी साझेदारी को फिर से परिभाषित किया. ओबामा के बयान पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं इसे इस देश में माहौल खराब करने का जानबूझकर किया गया प्रयास मानती हूं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकासात्मक नीतियों के खिलाफ नहीं जीत सकते.
क्या कहा था बराक ओबामा ने?
दरअसल, बराक ओबामा ने गुरुवार (22 जून) को न्यूज़ चैनल सीएनएन से कहा था कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी से मिलते हैं, तो हिंदू बहुसंख्यक भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र करना चाहिए. अगर मेरी प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत हुई तो मेरे तर्क का एक हिस्सा ये होगा कि अगर आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर अलग-थलग होने लगेगा.
पीएम मोदी ने पीसी में दिया था जवाब
बराक ओबामा की इस टिप्पणी के कुछ देर बाद ही अमेरिका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी से भी भारत में मुसलमानों की सुरक्षा से जुड़ा सवाल किया गया था. जिसपर पीएम मोदी ने कहा था कि लोकतंत्र हमारी रगो में है, लोकतंत्र को हम जीते हैं. हमारा संविधान और हमारी सरकार और हमने सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर जब मैं डिलीवरी कहता हूं तब जाति, पंथ, धर्म किसी भी तरह के भेदभाव की वहां पर जगह नहीं होती है.
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