कोरोना संक्रमण के चलते देश इस वक्त मुश्किल हालात से गुजर रहा है. रोजाना कोरोना के आ रहे तीन लाख से ज्यादा केस के चलते देश की स्वास्थ्य सेवाएं लाचार दिख रही हैं. कोविड के अधिकतर अस्पतालों में बेड फुल है और अगर खाली भी है तो वहां पर ऑक्सीजन और वेंटिलेंटर का गंभीर संकट है. मुश्किल की इस घड़ी में देश में ऑक्सीजन की किल्लत को खुद केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी माना है.
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश में कोरोना वायरस को लेकर इस समय संकट गहरा है, ऐसे में डॉक्टरों से लेकर नर्स, सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनेताओं को इस घड़ी में संवेदनशील होकर लोगों की मदद करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन बढ़ाने को लेकर सरकार की तरफ से देशभर में व्यवस्था की जा रही है. हालांकि, कहीं कम और कहीं ज्यादा है. ऐसी स्थिति में किसी की जान ना जाए.
गडकरी ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि थोड़ा से इस घड़ी में लोगों को भी सहयोग करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ अस्पताल में हवा से ऑक्सीजन तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उससे कुछ दबाव कम होगा. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि आने वाले कुछ दिनों में देश की स्थिति बेहतर होगी और इस संकट से भी पार पा लिया जाएगा.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की काफी किल्लत देखी जा रही है. ऑक्सीजन की कमी के चलते कोविड-19 मरीज दम तोड़ रहे हैं. ऐसे में केन्द्र और राज्य सरकारों की तरफ से इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं. इसके साथ ही, ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए वायुसेना के विमानों की भी मदद ली जा रही है. तो वहीं विदेशों से भी टैंकर और प्लांट मंगवाए जा रहे हैं ताकि ऑक्सीजन को बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके.
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