केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने साधा ममता बनर्जी पर निशाना, कहा- बंगाल की सरकार का सामाजिक सरोकारों से कोई लेना देना नहीं
प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि बंगाल की सरकार का सामाजिक सरोकारों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रकृति ने दार्जिलिंग को सब कुछ दिया है, लेकिन यह क्षेत्र राज्य सरकार की उपेक्षा का शिकार हुआ है.
कोलकाता: केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने चाय बागानों के श्रमिकों की समस्याओं को लेकर बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को जमकर निशाना साधा. उन्होंने चाय श्रमिकों को उनकी जमीनों के पट्टे का मामला भी उठाया. पटेल ने दार्जिलिंग में सांस्कृतिक गतिविधियों के संचालन को लेकर राज्य सरकार का ध्यान खींचा. पटेल दार्जिलिंग में अपने प्रवास के दौरान मीडिया से बात कर रहे थे.
चाय बागान श्रमिकों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि केंद्रीय संस्कृति व आरोप लगाया कि बंगाल की सरकार को सामाजिक सरोकारों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रकृति ने दार्जिलिंग को सब कुछ दिया है, लेकिन यह क्षेत्र राज्य सरकार की उपेक्षा का शिकार हुआ है. उन्होंने बताया कि करीब 10 साल पहले भारतीय जनता मज़दूर महासंघ के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वे सिलीगुड़ी आए थे. तब से अब तक चाय बागानों के लोगों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सालों से चाय बागानों के लोगों की समस्या जस की तस है, लोगों को ज़मीनों का पट्टा तक नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने बागान कर्मचारियों के लिए मिनिमम वेज बोर्ड लागू कर दिया है, जो कि जल्दी ही लागू हो जाएगा.
अबकी बार 200 पार
पटेल ने कहा कि हमारा घोषणा पत्र, हमारा संकल्प पत्र होता है. हमारा कोई भी काम कार्यकाल से बाहर नहीं जाता. हम जो भी वादे करते हैं कार्यकाल के भीतर ही पूरा करते हैं. उन्होंने कहा कि हम गोरखा मामले का स्थायी राजनैतिक समाधान खोजेंगे. एक सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि यहां के सांसद के अनुरोध पर हमने 3 दिनों में नेपाली रिसर्च स्कॉलरों को उनकी स्कॉलरशिप का पैसा दिलाया, तब तक तो चुनाव की कोई बात भी नहीं थी. श्री पटेल ने कहा कि अंग्रेजों के समय से यहा कई प्रकार के टैक्स लिए जाते हैं लेकिन सुविधाएं कुछ भी नहीं मिल पाती. उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में विरोधी सांसद, अपनी सांसद निधि का पैसा भी यहां लोगों के हित में खर्च नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि बंगाल की जनता परिवर्तन चाहती है जो होकर रहेगा.
बंगाल सरकार संस्कृति पर ध्यान दे
प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि दार्जिलिंग में सांस्कृतिक गतिविधियों के संचालन के लिए कोई मंच नहीं है. उन्होंने राज्य सरकार से टैगोर कल्चर स्पेस जैसी जगह उपलब्ध कराने की मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार ज़मीनें उपलब्ध कराए तो उनका मंत्रालय कला के क्षेत्र में यहां काफी काम कर सकता है. उन्होंने कहा कि बंगाल का कल्चर काफी रिच है लेकिन यहां ऐसी कोई एकेडमी नहीं है जिसके माध्यम से यहां के कलाकार यहां की संस्कृति के बारे में जान पाएं, उसे और उन्नत कर पाएं.
पर्यटन मंत्री ने कहा कि देश-विदेश के पर्यटक जब किसी क्षेत्र में आते हैं तो वो सिर्फ सुंदरता नहीं देखना चाहते, बल्कि सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में जानना चाहते हैं, जिसकी यहां कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि बंगाल में उनकी पार्टी की सरकार आने पर यहां काफी काम होगा. इससे पहले पटेल ने महाकाल मंदिर में पूजा अर्चना की और वॉर मेमोरियल में जाकर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. पत्रकार वार्ता में उनके साथ दार्जिलिंग सांसद व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट मौजूद थे.
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