केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से आम बजट पेश किया गया. इसके बाद जहां सत्ता पक्ष इसे आत्मनिर्भर भारत को सशक्त बनाने का बजट बताया है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल मोदी सरकार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया है. इस बीच, केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बड़े ही शायराना अंदाज में उन लोगों पर हमला बोला है, जो लोग बजट की आलोचना कर रहे हैं. अठावले का कहना है कि यह बजट जुमला नहीं बल्कि हर वर्ग को ध्यान में रखकर पेश किया गया है.
अठावले बोले- ये बजट है बदला लेने वाला
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रामदास अठावले ने कहा- “जो लोग ये बोल रहे हैं कि ये बजट खाली जुमला है, तो मेरा ये कहना है कि बजट विरोध दलों पर हमला है. जो लोग बिना वजह टीका-टिप्पणी करते हैं उनके ऊपर हमला करने वाला यह बजट है. ये बजट है सभी वर्गों को न्याय देनेवाला. और ये बजट है कांग्रेस और विरोध दलों का बदला लेने वाला.”
स्मृति ईरानी बोलीं- आत्मनिर्भरता को सशक्त करने वाला बजट
विपक्ष की आलोचनाओं के बीच केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे ‘आत्मनिर्भर’ भारत का बजट बताया है. उन्होंने सोमवार को एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि इस बजट को सूझ्म दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए. स्मृति ईरानी ने कहा कि कोरोना संकट के बीच भारत चुनौतियों से उबर रहा है और यह बजट उसे सशक्त बनाने का है. इसके साथ ही, विनिवेश को लेकर ममत समेत विपक्ष पर पलटवार करते हुए पूछा कि आखिर यह प्रक्रिया जिस मनमोहन सिंह सरकार में शुरू हुई थी खुद ममता बनर्जी उस सरकार का हिस्सा थीं.
चिदंबरम बोले- देश के लोगों के साथ धोखा
कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने आरोप लगाया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के लोगों को धोखा दिया है और इससे पहले कभी भी बजट से इतनी निराशा नहीं हुई. पूर्व वित्त मंत्री ने संवाददाताओं से सोमवार को कहा, ‘‘वित्त मंत्री ने भारत के लोगों खासकर गरीबों, कामकाजी तबके, मजूदरों, किसानों, स्थायी रूप से बंद हुईं औद्योगिक इकाइयों और बेरोजगार हुए लोगों को धोखा दिया है. उन्होंने उनका भाषण सुन रहे सांसदों समेत उन सभी लोगों के साथ धोखा किया है जिनको इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि पेट्रोल एवं डीजल समेत कई उत्पादों पर उपकर लगा दिया गया है.’’