रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (ए) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने गुरूवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में भले ही सभी विपक्षी दल एकजुट हो जाएं, लेकिन अगले लोकसभा चुनाव में कोई ‘खेला’ नहीं होगा क्योंकि उस चुनाव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ही ‘मेला’ होगा.
उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली में प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रही हैं. उनके इस दिल्ली दौरे को भाजपा विरोधी मोर्चे के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है.
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आठवले ने एक बयान में दावा किया, ‘‘ 2024 में ‘खेला’ नहीं सत्ता के लिए मोदी का मेला होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2024 में राजग की सरकार बनने से दुनिया की कोई ताक़त रोक नहीं सकती, चाहे ममता बनर्जी के नेतृत्व में कितने ही राजनीतिक दल एकजुट क्यों न हो जाएं.’’
पेगासस के मुद्दे पर संसद में विपक्षी दलों के हंगामे को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘तीन दिन तक हंगामा ठीक है, चौथे दिन सीट छोड़कर हंगामा करने पर सदस्यों को दो साल तक निलंबित करने का नियम होना चाहिए. इससे सदन में हंगामा रोकने में मदद मिलेगी.’’
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने गुरूवार को केंद्र सरकार से एक ऐसा कानून तैयार करने का आग्रह किया, जिसमें सदन में हंगामा करने वाले किसी भी सदस्य को दो साल के लिये निलंबित करने का प्रावधान हो. उन्होंने कहा कि कार्यवाही को बाधित करने और देश का समय व पैसा बर्बाद करने वाले सांसदों पर लगाम लगाने के लिए इस तरह की कार्रवाई जरूरी है.
उन्होंने शाम को यहां जारी एक बयान में कहा, 'केंद्र सरकार संसद में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष पिछले तीन दिनों से सदन में हंगामा कर रहा है.' मंत्री ने कहा कि ये सदस्य अपनी सीट छोड़कर आसन के पास पहुंच गए और हंगामा किया तथा देश का कीमती समय और पैसा बर्बाद कर दिया.
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