पटनाः केंद्रीय कानून, आईटी एवं संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में एक से बढ़कर एक ऐप बनाए जाएंगे जो एक मिसाल होंगे. चीन के 59 ऐप पर प्रतिबंध लगाने के बाद से लगातार रविशंकर प्रसाद आत्म निर्भर भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. बुधवार को रविशंकर प्रसाद ने चार हज़ार स्टार्ट अप कम्पनियों से एक साथ बात की है.


वर्चुवल बातचीत के दौरान रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह भारत में बड़े ऐप बनवा देंगे. आज वह चार हजार स्टार्टअप के लोगों से बात कर रहे थे. उन्होंने अहमदाबाद, मुंबई, पुणे की स्टार्टअप कंपनियों से कहा कि एक ऐसा भारतीय ऐप बनाएं जिससे देश का नाम दुनिया भर में चमक उठे. भारत दुनिया का तीसरा स्टार्टअप इको सिस्टम है.


उन्होंने कहा कि आज डिजिटल इंडिया के पांच साल पूरे हुए हैं. आप देख रहे हैं आधार पेमेंट के माध्यम से 11 लाख करोड़ रुपये गरीबों के अकाउंट में भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा कि आपने देखा कि कैसे डिजिटल सर्विसेज बाकी सभी कामों को करके दिखा रहा है. उनका कहना है कि ऐसा करने से पोस्टल विभाग जीवित हुआ है.


उनका कहना है कि गांवो में जहां कोई बैंक नही था, डिजिटल सर्विसेज से ढाई हजार करोड़ रुपये पहुंचाए गए हैं. गांव में जहां दवा की जरूरत थी उसे भी पूरा किया गया है. रविशंकर का कहना है कि हमने 5 सौ टन दवा पहुचांई है. कई राज्यों के मांग पर उन्हें दवा उपलब्ध कराया. कई जगहों पर सबकुछ बंद था तो गाड़ी से दवा भेजा गया. अब हमारे देश के बने ऐप को दूसरे देश में भी डाउनलोड किया जाएगा. अबतक विदेशी एप्प हमारे देश में डाउनलोड किया जाता था.


चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि एक नवीन तिवारी जो कानपुर के हैं, उन्होंने इमोबी बनाया है, इमोबी का मतलब मोबाइल पर विज्ञापन का ऐप. उनके माता-पिता आईटी के प्रोफेसर रहे हैं. उन्होंने कहा इंडिया में कोरोना संक्रमण के बाद, आज आईआईटी के दो बच्चों से मिला जिन्होंने चिंगारी और मित्रों ऐप बनाया है. चिंगारी ऐप को हर घंटे 90 लाख लोग डाउनलोड कर रहे हैं. चिंगारी ऐप वाले बता रहे थे, कि टिकटोक को तो बंद करवा दिए तो अब इंडियन ऐप पर इतना लोग आते थे कि सर्वर भी हमारा कभी कभी स्लो हो जा रहा था.


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