केंद्रीय मंत्री ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ''मैं एक मंत्री हूं और फार्माक्यूटिकल मंत्रालय को संभाल रहा हूं. मेरा फर्ज़ है ये सुनिश्चित करना कि देश के हर कोने में दवाइयों की पूरी सप्लाई हो.'
गौड़ा ने बताया, ''कुछ खास पदों पर काम कर रहे खास लोगों को क्वारंटाइन के दिशा निर्देशों से छूट दी गई है।जैसे अगर डॉक्टर,नर्स और जरूरी दवाओं की सप्लाई करने वालों को क्वारंटाइन कर दिया जाएगा तो क्या हम कोरोना को रोक पाएंगे.''
गौरलतब है कि केंद्रीय मंत्री गौड़ा ने सोमवार को दिल्ली से फ्लाइट पकड़ कर बेंगलुरु पहुंचे थे लेकिन एयरपोर्ट पर किसी संस्थागत क्वारन्टीन में जाने की जगह वह अपने आधिकारिक गाड़ी से एयरपोर्ट से निकल गए.
बता दें कर्नाटक सरकार का नियम है कि जो लोग कोरोना वायरस संक्रमण से अधिक प्रभावित राज्यों से आएंगे, उन्हें सात दिन के लिए संस्थागत क्वारंटाइन में रहना होगा.