बंगाल में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला, TMC पर लगाया आरोप
अब बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला हुआ है. इस हमले के बाद राज्य मंत्री को अपना दौरा रद्द कर दिया है.
कोलकाता: बंगाल में चुनाव खत्म होने के बाद भी हिंसा रुक नहीं रही है. अब बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन की कार पर स्थानीय लोगों ने हमला किया है. ये जानकारी खुद मुरलीधरन ने हमले का वीडियो ट्वीट कर दी है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है. वहीं टीएमसी का कहना है कि ये बीजेपी की आपसी रंजिश का नतीजा है.
दरअसल, कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अपने कार्यकर्ताओं को हौसला देने के लिए बंगाल जा रहे हैं. विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन आज पश्चिमी मिदनापुर में एक बीजेपी कार्यकर्ता से मिलने उनके घर जा रहे थे. तभी रास्ते में लाठी डंडों से उनके काफिले पर हमला हुआ है. इस दौरान उनकी गाड़ियों के शीशे टूट गए.
TMC goons attacked my convoy in West Midnapore, broken windows, attacked personal staff. Cutting short my trip. #BengalBurning @BJP4Bengal @BJP4India @narendramodi @JPNadda @AmitShah @DilipGhoshBJP @RahulSinhaBJP pic.twitter.com/b0HKhhx0L1
— V Muraleedharan (@VMBJP) May 6, 2021
विदेश राज्यमंत्री पर हुए हमले की केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर निंदा की है. उन्होंने कहा, 'लाखों लोगों को घर छोड़ना पड़ा, क्योंकि उनके घरों पर हमले किए गए. जला दिए गए. ये लोकतंत्र नहीं है. आज जिस तरह से विदेश राज्यमंत्री मुरलीधरन पर हमला हुआ है, बंगाल सरकार ने लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया है. मंत्री सुरक्षित नहीं है तो फिर सामान्य जनता का क्या होगा. हम इस हमले की निंदा करते हैं. हमला करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. इस तरह के हमले की धमकी ममता बनर्जी पहली ही अपने भाषण में दे चुकी हैं.'
बंगाल में चुनाव खत्म होने के बाद भी लगातार हिंसा की खबरें आ रही हैं. चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा के बाद जमीनी हालात का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में गृह मंत्रालय द्वारा नियुक्त 4 सदस्यीय टीम आज ही कोलकाता पहुंची है.
गृह मंत्रालय द्वारा हिंसा की जांच के लिए चार-सदस्यीय दल का गठन
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया है. मंत्रालय ने बंगाल सरकार से राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने और समय गंवाए बिना ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा था. मंत्रालय ने राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि राज्य सरकार ऐसा करने में विफल होती है तो मामले को गंभीरता से लिया जाएगा.
राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद हुई हिंसा में मंगलवार तक कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों ने पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या की, महिला सदस्यों पर हमले किए, उनके घरों में तोड़फोड़ की, दुकानों को लूट लिया और कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को बंगाल के हिंसा प्रभावित परिवारों के सदस्यों से मुलाकात की थी और दावा किया था कि चुनाव बाद हिंसा में बंगाल में कम से कम 14 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है कि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं. हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन आरोपों का खंडन किया था और कहा कि हिंसा और टकराव उन क्षेत्रों में हो रहा है जहां बीजेपी के उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत दर्ज की है.
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