नई दिल्ली: विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन की कोरोना वायरस की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है. विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने खुद को एक अस्पताल का दौरा करने के बाद सेल्फ आइसोलेट कर रखा था. जिस अस्पताल का उन्होंने दौरा किया था वहां का एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाया गया था.


मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन के साथ-साथ संक्रमित डॉक्टर की ट्रैवल हिस्ट्री मैप की गई है. सूत्रों के मुताबिक वह डॉक्टर एक मार्च को स्पेन से वापस लौटे थे. दो मार्च को डॉक्टर ने अपने अस्पताल श्री चित्र तिरुनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में ड्यूटी ज्वाइन की.


दो से पांच मार्च को डॉक्टर ने रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में काम किया. सात मार्च को डॉक्टर छुट्टी पर रहे. आठ और नौ मार्च को डॉक्टर ने हॉस्पिटल की ओपीडी में काम किया, जबकि 10 और 11 मार्च को उन्हें कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देने शुरू हुए. इसके बाद उन्हें आइसोलेशन में जाने को कहा गया.


इसके बाद कोरोना वायरस टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए. 14 मार्च को डॉक्टर का कोरोना वायरस का टेस्ट पॉजिटिव आया. इसके बाद कन्फर्मेशन के लिए डॉक्टर के सैंपल दोबारा लैब भेजे गए, 15 मार्च को दोबारा भेजे गए सैंपल की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई. 14 मार्च को ही मंत्री वी मुरलीधरन ने इस हॉस्पिटल का दौरा किया. दौरे के दौरान मंत्री भी मुरलीधरन अस्पताल के 10 अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए लेकिन उस बैठक में कोरोना वायरस से पीड़ित डॉक्टर ने हिस्सा नहीं लिया था.


डॉक्टर के कोरोना वायरस से पीड़ित होने के बाद अस्पताल के 76 अन्य स्टाफ को भी आइसोलेट किया गया है. जिसमें 46 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ है. इस मामले को लेकर अस्पताल को नोटिस जारी किया गया है कि उन्होंने कोरोना वायरस से जुड़ी इस जानकारी को स्वास्थ्य मंत्रालय और मंत्री के दफ्तर से क्यों छुपाया.