देश में सड़क दुर्घटनाओं की एक बड़ी वजह हैं फर्जी लाइसेंस धारी?
यमुना एक्सप्रेस-वे पर उत्तर प्रदेश रोडवेज की एक बस के सड़क से फिसलकर गहरे नाले में गिर जाने से 29 यात्रियों की मौत हो गई. इसी मुद्दे पर बयान देने के दौरान केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा फर्जी लाइसेंस की बात कही.
नई दिल्ली: क्या देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की एक बड़ी वजह है फर्जी लाइसेंस? यह सवाल इस वजह से खड़ा हुआ है क्योंकि केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में यमुना एक्सप्रेस वे पर आए दिन होने वाले हादसों के मुद्दे पर जवाब देते हुए राज्यसभा को जानकारी दी कि देश में करीबन 30 फ़ीसदी लाइसेंस धारी ऐसे हैं जिन्होंने फर्जी तरीके से लाइसेंस हासिल किया है.
सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने विपक्ष से भी सहयोग मांगा कि वह रोड सेफ्टी बिल का संसद में समर्थन करें जिससे कि ऐसे फर्जी लाइसेंस धारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
इस सब के बीच केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार सुबह यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए सड़क हादसे की भी जानकारी सदन के सामने रखी और कहा कि इस हादसे की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक कमेटी का गठन किया है जो पता लगाएगी कि आखिर इस हादसे की वजह क्या रही.
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दुर्घटना की ये भी है वजह: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यमुना एक्सप्रेस वे पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे हाईवे सीमेंट कंक्रीट से तैयार किया गया है और वह भी एक वजह बताई जा रही है जिस वजह से इस हाईवे पर इतनी ज्यादा दुर्घटनाएं हो रही है.
टायर की क्वालिटी: नितिन गडकरी ने कहा इस तरह की दुर्घटना है भारत में इस वजह से भी ज्यादा होती है क्योंकि यहां पर टायर की क्वालिटी ठीक नहीं होती. अमेरिका में टायर बनाने के लिए रबर के साथ सिलिकॉन होता है जबकि हमारे देश में रबर में सिलिकॉन नहीं मिलाया जाता है. इसके साथ ही ऐसे हाइवे पर चलने के लिए टायर में नाइट्रोजन गैस डाली जानी चाहिए लेकिन हमारे देश में नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल कम ही होता है.