Qutub Minar को हिंदू संगठनों ने बताया विष्णु स्तंभ, परिसर के बाहर पढ़ी हनुमान चालीसा, पुलिस ने हिरासत में लिया
Qutub Minar Row: कुतुब मीनार को लेकर विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को हिंदू संगठनों से जुड़े लोग आज हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए कुतुब मीनार पहुंचे थे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
Hanuman Chalisa Row: कुतुब मीनार को लेकर विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को हिंदू संगठनों से जुड़े लोग आज हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए कुतुब मीनार पहुंचे थे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. लोगों ने कुतुब मीनार के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया है. यूनाइटेड हिंदू फ्रंट का दावा है कि कुतुब मीनार विष्णु स्तंभ है.
हनुमान चालीसा पढ़ते हुए भगवा झंडा लिए कुछ लोग कुतुब मीनार की तरफ जा रहे थे, हालांकि बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया. कुतुब मीनार जाने के रास्ते में बैरिकेड भी लगाए गए थे. कुतुब मीनार पर हनुमान चालीसा नहीं पढ़ने देने को लेकर यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जयभगवान गोयल को मंगलवार सुबह हाउस अरेस्ट कर लिया गया.
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट का कहना है, इतिहास साक्षी है कि कुतुब मीनार वास्तव में विष्णु स्तंभ है. इस मीनार का निर्माण 27 जैन और हिंदू मंदिरों को ध्वस्त करके किया गया था. इस परिसर में लगी जैन व हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियों का जीणोंद्धार करके सम्मान सहित स्थापित करना चाहिए और हिंदुओं को यहां पूजा की अनुमति देनी चाहिए.
पिछले महीने दिल्ली के कुतुब मीनार परिसर में रखी दो गणेश मूर्तियों को हटाने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली की एक अदालत ने मामले में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था. दरअसल कुतुब मीनार में दो गणेश मूर्तियों के रखे होने को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण ने अपमानजनक कहा था और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को इन मूर्तियों को वहां से हटाकर राष्ट्रीय संग्रहालय ले जाने को कहा था. इस मामले में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अहम निर्देश दिए थे.
हालांकि कोर्ट ने एएसआई के रुख को लेकर कहा था कि निकट भविष्य में एएसआई का मूर्तियों को हटाने का कोई विचार नहीं है. वहीं सनातन हिंदुओं की तरफ से कोर्ट में दलील रख रहे वकील हरिशंकर जैन ने कोर्ट में कहा था कि कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद परिसर में भगवान गणेश की दो मूर्तियां नीचे पड़ी हैं. इस मामले को लेकर करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं.